चर्चाओं पर विराम: कांग्रेस का हाथ झटक कर सपा की साईकिल पर सवार हुए जिले के कद्दावर नेता इमरान मसूद, कांग्रेस को तगड़ा झटका, जिले की राजनीति पर पड़ेगा गहरा असर।

चर्चाओं पर विराम: कांग्रेस का हाथ झटक कर सपा की साईकिल पर सवार हुए जिले के कद्दावर नेता इमरान मसूद, कांग्रेस को तगड़ा झटका, जिले की राजनीति पर पड़ेगा गहरा असर।
सहारनपुर: लंबे समय से चल रही चर्चाओं को विराम देते हुए आखिरकार जिले के कद्दावर नेता इमरान मसूद ने कांग्रेस का हाथ छोड़कर सपा की साइकिल की सवारी कर ली है।
यह घोषणा उन्होंने सोमवार को बुलाई गई अपने समर्थकों की बैठक में की, साथ ही जिले की सातों विधानसभा सीटों को सपा के खाते में जिताने का आह्वान किया। 
हालांकि अभी पार्टी की ओर से इसकी घोषणा किया जाना बाकी है, इमरान मसूद ने समर्थकों की बैठक के दौरान कहा कि जल्दी ही वे सपा प्रमुख अखिलेश यादव से समय लेकर मुलाकात करेंगे जिसके बाद पार्टी ज्वाइन करेंगे और सपा की कामयाबी के लिए काम करेंगे।
गौरतलब है कि पिछले काफी लंबे समय से इमरान मसूद की कांग्रेस छोड़ने की चर्चाएं चल रही थी और लगातार इमरान मसूद समाजवादी के फेवर में बयान देते नजर आ रहे थे जिसके बाद साफ होने लगा था कि विधानसभा चुनाव से पहले इमरान मसूद समाजवादी पार्टी ज्वाइन कर लेंगे, हाल ही में अखिलेश यादव से हुई उनकी मुलाकात के बाद उन्होंने आज 10 जनवरी को सहारनपुर में अपने समर्थकों की मीटिंग बुलाई थी बैठक बुलाई थी, बैठक के दौरान उन्होंने सभी समर्थकों से राय मशवरा करते हुए समाजवादी पार्टी ज्वाइन करने का निर्णय लिया।
इमरान मसूद के द्वारा कांग्रेस छोड़े जाने का फैसला जिले के साथ साथ पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी कांग्रेस के लिए तगड़ा झटका है। बता दें कि इमरान मसूद ने जहां 2014 में लोकसभा का चुनाव कांग्रेस के टिकट पर लड़ कर साढ़े चार लाख से अधिक मत प्राप्त किए थे वही 2017 में कांग्रेस के खाते में 2 सीटें डालने का काम किया था, हालांकि अपना चुनाव और वह मात्र 4000 वोटों से हार गए थे, साथ ही 2019 के लोकसभा चुनाव में भी दो लाख वोट उन्होंने कांग्रेस के सिंबल पर प्राप्त किए थे। इमरान मसूद जिले के संख्या बल वाले नेता समझे जाते हैं और उनका निर्णय जिले की राजनीति में अहम होता है। 
बैठक के दौरान इमरान मसूद ने कहा कि नौजवानों, किसानों, विकास वाली सरकार, महिलाओं को सुरक्षा देने वाली सरकार के लिए अखिलेश यादव को समर्थन करते हैं। साथियों के साथ बैठक के बाद इमरान मसूद का ऐलान किया कि अपने समर्थकों के साथ सपा में शामिल होंगें। सपा मुखिया अखिलेश यादव से मिलने का समय मांगा है और जल्दी संभावना है कि लखनऊ से उनके समाजवादी पार्टी में शामिल होने की घोषणा कर दी जाएगी।
कांग्रेस ने भी नहीं छोड़ी सम्मान में कमी।
कांग्रेस ने भी हमेशा इमरान मसूद का सम्मान रखा, 2014 में पीएम उम्मीदवार नरेंद्र मोदी को लेकर दिए गए विवादित बयान के बावजूद कांग्रेस ने इमरान मसूद का टिकट बरकरार रखा। इतना ही नहीं जहां उनकी मर्जी के अनुसार जिले में सभी टिकट दिए गए वहीं कांग्रेस जैसी पार्टी में राष्ट्रीय सचिव और दिल्ली के प्रभार जैसी जिम्मेदारियां इमरान मसूद को सौंपी गई थी, साथ ही इमरान मसूद राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के करीबी नेताओं में गिने जाते थे।
बैठक में नहीं पहुंचे बेहट विधायक नरेश सैनी।
इमरान मसूद द्वारा बुलाई गई समर्थको की मीटिंग में बेहट से कांग्रेस विधायक नरेश सैनी शामिल नही हुवे, हालांकि देहात विधायक मसूद अख़्तर मीटिंग में उपस्थित रहे और इमरान मसूद से सहमत नज़र आये, अब देखने वाली बात ये होगी कि विधायक नरेश सैनी इमरान मसूद के साथ सपा में जाते हैं या फिर इमरान से अलग राह अख्तियार करते हैं।


जिले की राजनीति पर पड़ेगा गहरा सर।
इमरान मसूद के समाजवादी पार्टी में शामिल होने से जिले की राजनीति में असर पड़ना लाजमी है, इमरान मसूद सातों सीटों पर अपना असर रखते हैं लेकिन जहां सभी सीटों पर सपा के पहले से उम्मीदवार टिकट की दावेदारी के साथ-साथ लखनऊ से संपर्क बनाए हुए हैं वहीं इमरान मसूद की एंट्री से समीकरण बदलना तय है और टिकटों में बदलाव की भी प्रबल संभावना है।
समीर चौधरी।
DT Network

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