आर्य समाज दिवालहेड़ी का वार्षिक उत्सव वैदिक अनुष्ठानों और प्रेरक प्रवचनों के साथ संपन्न ।

देवबंद: आर्य समाज दिवालहेड़ी के तत्वाधान में चल रहे त्रिदिवसीय वार्षिक उत्सव के दूसरे दिन का कार्यक्रम शनिवार प्रातः वैदिक अनुष्ठानों और प्रेरक प्रवचनों के साथ संपन्न हुआ। सुबह आठ बजे प्रारंभ हुए वैदिक यज्ञ में ब्रह्मा के रूप में पंडित ओमवीर आर्य जी ने वेद मंत्रों की ध्वनि से वातावरण को पवित्र किया, जबकि यजमान के रूप में लालू प्रधान अपनी धर्मपत्नी संग उपस्थित रहे। यज्ञ के पश्चात आयोजित सभा की अध्यक्षता डॉ. रामपाल आर्य (रुड़की) ने की तथा संचालन अजीत एडवोकेट ने संभाला। कार्यक्रम में श्रीमती अमरेश आर्या, तेजवीर आर्य, कंवरसिंह आर्य, गौतम आर्य एवं आर्य विद्वान ओमवीर आर्य ने समाज में बढ़ती कुरीतियों, अंधविश्वास और पाखंड पर सारगर्भित विचार रखते हुए आर्य समाज के सिद्धांतों को आत्मसात करने का आह्वान किया।
पानीपत से आए प्रख्यात वक्ता रामनिवास आर्य ने ‘ईश्वर क्या है, कहां है और उसकी उपासना कैसे करें’ विषय पर विस्तृत प्रवचन दिया। उन्होंने कहा कि परिवार का प्रत्येक घर एक छोटा मंदिर है और वहीं से सत्संस्कारों का प्रारंभ होता है।
आज के कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भारतीय किसान संघ सहारनपुर के जिला अध्यक्ष अनिल माहला रहे, जिन्होंने आर्य समाज के सामाजिक सुधारों में योगदान की सराहना की।इस दौरान आयोजकों द्वारा अतिथियों को प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर ईश्वर आर्य, ईश्वर धीमान, विनोद आर्य, चरणसिंह आर्य, अजय कप्तान, कुलदीप आर्य, रामेश्वर आर्य, डॉ. जगमाल आर्य, नरेश रोड सहित सैकड़ों की संख्या में आर्य बंधु एवं ग्रामवासी मौजूद रहे। कार्यक्रम के अंत में आभार प्रदर्शन के साथ अगले दिवस के कार्यक्रमों की जानकारी साझा की गई।

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