देवबंद: समाजवादी पार्टी की कैराना लोकसभा से सांसद इकरा हसन के साथ सहारनपुर के एडीएम (प्रशासन) संतोष बहादुर सिंह द्वारा कथित अभद्रता किए जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। बुधवार को इस मुद्दे पर पूर्व विधायक माविया अली ने कड़ा रुख अपनाते हुए प्रशासन और सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अधिकारी सत्ता के इशारे पर काम कर रहे हैं और विपक्ष के जनप्रतिनिधियों को डराने-धमकाने का प्रयास कर रहे हैं।
माविया अली ने कहा कि उत्तर प्रदेश में अधिकारी बेलगाम हो चुके हैं। जो अधिकारी जनता की समस्याएं सुलझाने के लिए नियुक्त किए गए हैं, वही अब जनता और जनप्रतिनिधियों का शोषण कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सपा सांसद इकरा हसन और छुटमलपुर नगर पंचायत अध्यक्ष शमा परवीन के साथ एडीएम ने न सिर्फ अभद्र भाषा का प्रयोग किया, बल्कि उन्हें कार्यालय से बाहर निकलने के लिए भी कहा।
पूर्व विधायक ने इसे राजनीति से प्रेरित घटना बताते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं को डराया नहीं जा सकता। उन्होंने मांग की कि मंडलायुक्त अटल कुमार रॉय और जिलाधिकारी मनीष बंसल पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराएं और एडीएम संतोष बहादुर सिंह के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाए। माविया अली ने चेतावनी दी कि यदि कार्रवाई नहीं हुई तो समाजवादी पार्टी सहारनपुर से लेकर लखनऊ तक सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन करेगी।
गौरतलब है कि एक जुलाई को सांसद इकरा हसन नगर पंचायत अध्यक्ष शमा परवीन के साथ क्षेत्र की समस्याओं को लेकर एडीएम कार्यालय गई थीं। आरोप है कि बातचीत के दौरान एडीएम ने दोनों महिला जनप्रतिनिधियों के साथ अपमानजनक व्यवहार किया और उन्हें कार्यालय से बाहर जाने को कह दिया। इस मामले की शिकायत सांसद ने प्रमुख सचिव (नियुक्ति) उत्तर प्रदेश और मंडलायुक्त सहारनपुर से की, जिसके बाद मंडलायुक्त ने जिलाधिकारी को मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
समीर चौधरी।

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