तल्हेडी बुजुर्ग में खाद्य व्यापारी और किसानों का प्रदर्शन, खाद और डीएपी की किल्लत से परेशान किसानों ने जमकर की नारे बाज़ी।

देवबंद: खाद और डीएपी की किल्लत और प्रशासन की छापेमारी के विरोध में शनिवार को जनपद में खाद व्यापारी दुकानों को बंद कर हड़ताल पर रहे। इस दौरान खाद व्यापारियों और किसानों ने जमकर नारेबाजी करते हुए सरकार से तत्काल प्रभाव से खाद और डीएपी भेजने की गुहार लगाई है।
केंद्र प्रदेश सरकार किसान हितैषी होने के लाख दावे करती हो, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और है। खाद और डीएपी न मिलने से किसानों की फैसले खराब हो रही ही हैं और खाद्य व्यापारी भी बड़ी किल्लत से गुजर रहे हैं। उधर, प्रशासन की छापेमारी से नाराज खाद्य व्यापारी भी दुकान बंद कर एक दिवसीय हड़ताल पर रहे। खाद व्यापारी नरेंद्र कुमार , आदेश कुमार, सचिन चौधरी, संजय सैनी आदि ने बताया कि पिछले एक वर्ष से डीएपी की सप्लाई तो बंद पड़ी है ऊपर से अब का यूरिया खाद भी नहीं मिल पा रहा है। जिसके चलते किसान उनकी दुकानों पर हंगामा कर रहे हैं और उन्हें भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। आरोप लगाया प्रशासन द्वारा भी लगातार खाद की दुकानों पर छापेमारी की जा रही है जिसके चलते दोनों ओर से खाद व्यापारियों का ही मानसिक शोषण हो रहा है। जनपद के देवबंद, नागल, तल्हेडी बुजुर्ग, बेहट समेत अन्य स्थानों पर भी खाद व्यापारी अपनी दुकान बंद कर हड़ताल पर रहे और इस दौरानजम करना रे बाजी भी की गई।
किसान महबूब त्यागी, कृष्ण कुमार, राजेंद्र, राकेश, महेंद्र आदि का कहना था की यूरिया और डीएपी ना मिलने से उनकी धान की फसल की बुवाई नहीं हो पा रही है। गन्ने के खेत में भी वह खाद नहीं डाल पा रहे हैं अन्य फसलों का भी बुरा हाल है। नाराज किसानों ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा किया तो समस्या का समाधान सरकार कर दे वरना अब किसान आर पार की लड़ाई सरकार से लड़ेगा।
शासन द्वारा किसानों के हित में बनाई गई सधन सहकारी समिति, गन्ना सहकारी समिति समेत अन्य स्थान पर भी किसान खाद की किल्लत से परेशान है। किसानों को दो-दो कट्टे खाद के दिए जा रहे हैं जिससे किसान अपने आप को अपमानित से महसूस कर रहे हैं। किसानों का कहना है कि दो कट्टे खाद के तो उनकी जमीन की भी भरपाई नहीं कर पाएंगे।

युवराज सिंह, एसडीएम देवबंद ने कहा कि...
किसानों की समस्याओं को देखते हुए शासन को अवगत कराया गया है। शासन के आदेश अनुसार कार्रवाई जारी है।

 समीर चौधरी/रियाज़ अहमद।

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