देवबंद: द दून वैली पब्लिक स्कूल में बुधवार को गुरु गोबिंद सिंह की जयंती श्रद्धापूर्वक मनाई गई। इस दौरान शिक्षकों व स्कूल स्टाफ ने हाथ जोडक़र गुरू जी को नमन किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ गुरु गोबिंद सिंह के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर तथा दीप प्रज्जवलन कर किया गया। प्रधानाचार्या सीमा शर्मा समेत शिक्षकों ने उनके जीवन से संबंधित उच्च विचारों से सभी को परिचित कराया। प्रधानाचार्या ने बताया कि 11 नवंबर 1678 में गुरू गोबिंद सिंह जी दसवें गुरू बने। वह एक महान योद्धा, चिंतक, कवि भक्त व आध्यात्मिक नेता थे। वर्ष 1699 में वैशाखी के दिन उन्होंने धर्म की रक्षा के लिए खालसा पंथ की स्थापना की। धर्म की रक्षा के लिए उन्होंने अपने पूरे परिवार का बलिदान किया। विद्यार्थियों को उनके जीवन से त्याग व बलिदान की प्रेरणा लेनी चाहिए।
समीर चौधरी/रियाज़ अहमद।
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