देवबंद: गन्ना मूल्य पर आए यूपी कैबिनेट के फैसले से किसान नाखुश हैं। भारतीय किसान यूनियन (वर्मा) की बैठक में 20 रुपये कुंतल की गन्ना बढ़ोतरी को ऊंट के मुंह में जीरा करार दिया गया। संगठन के अध्यक्ष भगत सिंह वर्मा ने कहा कि जब तक गन्ने का भाव 600 रुपये प्रति कुंतल नहीं होता तब तक संघर्ष जारी रहेगा। मोर्चा के अध्यक्ष भगत सिंह वर्मा ने गन्ने के भाव में 20 रुपये की बढ़ोतरी को किसानों के साथ क्रुर मजाक करार देते हुए गन्ने का भाव 600 रुपये प्रति कुंतल किए जाने तक संघर्ष जारी रखने की चेतावनी दी है।
गंगदासपुर जट गांव में हुई किसानों की बैठक में भगत सिंह वर्मा ने कहा कि हरियाणा जैसे छोटे राज्य में गन्ना भाव 386 रुपये और पंजाब में 391 रुपये प्रति कुंतल है। ऐसे में उत्तर प्रदेश में किसानों को गन्ना भाव कम क्यों दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि स्वामी नाथन रिपोर्ट के अनुसार गन्ने का लाभकारी मूल्य 600 रुपये प्रति कुंतल है। इसलिए उन्हें कम से कम गन्ना भाव 600 रुपये ही चाहिए। बताया कि संगठन की तरफ से प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर 600 रुपये कुंतल गन्ना भाव कराए जाने की मांग की जाएगी। अध्यक्षता चौ. कृपाल सिंह व संचालन मोहम्मद वसीम जहीरपुर ने किया। ऋषिपाल प्रधान, महबूब हसन, चौधरी बाबूराम, अमित कुमार, पदम सिंह, रविंद्र सिंह, आजाद सिंह, सुभाष शर्मा, मोंटी चौधरी, जोगेंद्र गिल, सुनीराम फौजी, अभिषेक चौधरी, हाजी सुलेमान, यासीन त्यागी आदि मौजूद रहे।
समीर चौधरी/रियाज़ अहमद।
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