जमीन हड़पने के लिए चचेरे भाई ने ही की थी देवबंद में इंटर के छात्र की हत्या, काली नदी से मिला था छात्र का शव, पुलिस ने किया खुलासा, दो आरोपी गिरफ्तार।

देवबंद: नगर के एक स्कूल के इंटर के छात्र की हत्या का देवबंद पुलिस ने खुलासा करते हुए मृतक के चाचा के बेटे आरोपी और उसके एक साथी को गिरफ्तार कर लिया है।  जिन्होंने मृतक के हिस्से की जमीन हड़पने के लिए इस हत्याकांड को अंजाम दिया था, बीती 3 अक्टूबर को तीन दिन बाद मृतक छात्र पंकज का शव देवबंद की काली नदी से बरामद हुआ था। घटना का खुलासा सहारनपुर पुलिस लाइन में मीडिया वार्ता के दौरान एसपी देहात सागर जैन ने किया और पुलिस टीम के लिए ₹11000 के इनाम की घोषणा की।

एसपी देहात सागर जैन ने बताया कि रमेश पुत्र सेवाराम कश्यप निवासी ग्राम कान्हाहेडी थाना चरथावल जिला मुजफ्फरनगर द्वारा अपने पुत्र पंकज, जोकि अपनी बुआ निवासी कायस्थवाडा देवबन्द में रहकर पढाई कर रहा था, जिसकी अज्ञात व्यक्तियों द्वारा धारदार हथियार से हत्या कर देने के सम्बंध में देवबंद थाने में मुकदमा पंजीकृत कराया था। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, सहारनपुर विपिन ताड़ा द्वारा तत्काल घटना का संज्ञान लेते हुए शीघ्र हत्या के खुलासे व अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु थाना प्रभारी देवबन्द को आदेश निर्देश दिये गये। 
पुलिस अधीक्षक ग्रामीण एवं क्षेत्राधिकारी देवबंद के पर्यवेक्षण में तथा प्रभारी निरीक्षक श्री सुबे सिंह के नेतृत्व में देवबंद पुलिस ने जनपद मुजफ्फनगर तक लगभग 500 सीसीटीवी कैमरों को चैक करने व पूछताछ, पतारसी सुरागरसी के उपरांत अभियुक्तगण अनुराग उर्फ रितिक पुत्र नैताब सिंह निवासी ग्राम कान्हाहेडी थाना चरथावल जिला मुजफ्फरनगर व उज्जवल धीमान पुत्र संजय धीमान निवासी ग्राम कुरलकी थाना देवबन्द जिला सहारनपुर हाल पता शाहबुद्दीन रोड मुजफ्फरनगर थाना कोतवाली नगर जिला मुजफ्फरनगर के नाम प्रकाश में आये।

जिन्हें मुखबिर की सूचना पर पुलिस टीम द्वारा अंबहटा देवबंद रोड नये रेलवे ट्रेक के नीचे से घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल सहित गिरफ्तार किया गया। अभियुक्तगण की निशान देही पर घटना में प्रयुक्त आला कत्ल एक छुरा व अन्य सामान सहित कपड़ों को जंगल ग्राम बाबूपुर से बरामद किया गया। बताया कि गिरफ्तार अभियुक्तगण के विरुद्ध आवश्यक विधिक कार्यवाही कर मा० न्यायालय के समक्ष पेश किया जा रहा है।

अभियुक्त अनुराग ने पुलिस पूछताछ करने पर बताया कि मृतक पंकज मेरा तहेरा भाई है व अपने पिता की अकेली संतान है मेरा ताऊ मुझ पर बहुत विश्वास करता था जिनके हिस्से में 07-08 बीघा जमीन जो लगभग 80 लाख रूपये की थी मुझे विश्वास था कि यदि पंकज को रास्ते से हटा दिया जाये तो मुझ पर कोई शक भी नही करेगा और मेरे ताऊ उस जमीन को मेरे नाम करा देगे। इसी योजना के तहत मैने अपने दोस्त जो मेरे साथ ही काम करता है, को कुछ पैसो का लालच देकर अपने साथ ले लिया इसी योजना के तहत दि० 30.09.23 को अपने तहेरे भाई पंकज को बाला सुंदरी मेन गेट पर प्रातः 07 बजे मिलने को कहा और मै व मेरा दोस्त उज्जवल मोटरसाइकिल पर सवार होकर बाला सुंदरी गेट पर प्रातः 7 बजे पहुंचे गये पंकज हम लोगों को वही खड़ा मिला जिसे मोटरसाइकिल पर बैठाकर हम लोग बाबूपुर नंगली काली नदी के पास ले गये फिर जो छुरा मैने एमजोन से ऑडर करके मंगया था। उसी छुरे से हम लोगों ने पंकज का गला काटकर हत्या कर दी व पंकज की लाश को नदी में डालकर भाग गये और घटना में प्रयुक्त चाकू व सामान को छुपा कर वापस मुजफ्फानगर पहुंच गये। योजनाबद्ध तरीके से हम लोग अपना मोबाइल घर पर ही छोड़ गये थे, जिससे हमारी लोकेशन घर पर ही रहे।

समीर चौधरी।

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