नई दिल्ली: रजब तैय्यब अर्दोआन तीसरी बार तुर्कीया के राष्ट्रपति बन गए हैं, तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैयप अर्दोआन ने रनऑफ़ इलेक्शन में अपने प्रतिद्वंद्वी कमाल कलचदारलू को पीछे छोड़ दिया और तीसरी बार राष्ट्रपति बन गए हैं। जिसके बाद नरेंद्र मोदी सहित दुनिया के शीर्ष नेता उन्हें बधाई संदेश दे रहे हैं।
तुर्की में एक बार फिर रेचेप तैय्यप अर्दोआन ने राष्ट्रपति चुनाव जीत लिया है विपक्षी नेता कमाल कलचदारलू को हराकर उन्होंने 11वीं बार चुनाव में जीत हासिल की है, वह लगातार 2014 से तुर्की के राष्ट्रपति हैं। 1994 में इस्तांबुल के मेयर से अपनी राजनीति का सफर शुरू करने वाले अर्दोआन इससे पूर्व तीन बार तुर्की के प्रधानमंत्री रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक चुनाव के दूसरे राउंड में अर्दोआन को 52% वोट मिले हैं, जबकि कलचदारलू को 48% वोट ही मिले.
दरअसल, राष्ट्रपति चुनाव के लिए पहले चरण का मतदान 14 मई को हुआ था। तब एकेपी (जस्टिस एंड डेवलपमेंट पार्टी) के मुखिया अर्दोआन पहले राउंड में चुनाव जीतते-जीतते रह गए थे और उन्हें 49.4% वोट मिले, वहीं उनके प्रतिद्वंद्वी कलचदारलू को 45% वोट मिले थे। दोनों ही नेताओं को बहुमत नहीं मिल सका था, जिसके चलते रविवार को दूसरे राउंड का चुनाव कराया गया।
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार कमाल कलचदारलू ने इसे 'सबसे ग़लत ढंग से पूरा हुआ चुनाव' करार दिया है लेकिन नतीजों पर उन्होंने कोई सवाल नहीं किए हैं। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार अर्दोआन को 52.1 फ़ीसदी वोट मिले हैं जबकि कलचदारलू के हिस्से में 47.9 फ़ीसदी वोट आए।
अर्दोआन के लिए इस चुनाव को बहुत मुश्किल माना जा रहा था क्योंकि घरेलू स्तर पर वह कई समस्याओं का सामना कर रहे हैं। तुर्की में महंगाई आसमान पर है और इसी साल आए विनाशकारी भूकंप के बाद से प्रभावित इलाकों में ज़िंदगी पटरी पर पूरी तरह नहीं लौट सकी है।
ऐसे में विपक्षी पार्टियों को लग रहा था कि अर्दोआन को चुनाव में हराया जा सकता है. इसी वजह से तुर्की की छह पार्टियों के गठबंधन ने कमाल कलचदारलू को अपना साझा उम्मीदवार बनाया था।
तुर्की में पहले 14 मई को चुनाव हुए थे लेकिन किसी भी उम्मीदवार को 50 फ़ीसदी से अधिक वोट न मिल पाने की वजह से दूसरे चरण का मतदान करवाना पड़ा।
69 वर्षीय अर्दोआन ने अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा, "आज का विजेता सिर्फ़ तुर्की है। मैं हर उस शख्स का धन्यवाद करता हूं जिन्होंने मुझे फिर से अगले पाँच सालों के लिए देश चलाने की ज़िम्मेदारी सौंपी।"
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार अर्दोआन के घर के बाहर जमा हुए उनके समर्थक लगातार 'अल्लाह-हू-अक़बर' के नारे लगाते रहे। एक समर्थक ने रॉयटर्स से कहा, "दुनिया के हर देश में समस्याएं हैं। यूरोपीय देशों में भी...मज़बूत नेतृत्व के बलबूते हम भी तुर्की की समस्याएं सुलझा लेंगे।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अर्दोआन की जीत पर ट्वीट किया, "तुर्की के राष्ट्रपति पद पर दोबारा चुने जाने के लिए रेचेप तैय्यप अर्दोआन को बधाई। मुझे भरोसा है कि हमारे द्विपक्षीय संबंध और वैश्विक मुद्दों पर सहयोग आने वाले समय में भी बढ़ना जारी रहेगा।"
इससे पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भी अर्दोआन को शुभकामनाएं देते हुए कहा था कि उनकी जीत इस बात का सबूत है कि तुर्की के नागरिक देश की स्वतंत्र विदेश नीति के साथ खड़े हैं।
समीर चौधरी।
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