न्यायालय जिला जज के यहां दायर याचिका में पूर्व विधायक माविया अली की पत्नी जहीर फातिमा ने कहा है कि हाल ही में हुए नगर निकाय चुनाव में वह देवबंद में अध्यक्ष पद से सपा की अधिकृत प्रत्याशी थीं। सत्ताधारी दल भाजपा के लोक निर्माण विभाग राज्यमंत्री बृजेश सिंह के दबाव में आकर सरकारी मशीनरी ने चुनाव में धांधली कर उन्हें हराने का काम किया है। पहले मतदान के दिन फर्जी वोटिंग कराई गई। इसके बाद भी जब वह जीतने की स्थिति में दिखीं तो मतगणना में भारी धांधली की गई। अधिकारियों ने सत्ता पक्ष के दबाव में वोटों की गिनती में बेईमानी कराई। मतगणना के दौरान प्रत्येक बूथ पर वोटों में हेराफेरी की गई। काउंटिंग एजेंटों को बताई जाने वाले मतों की संख्या और आरओ टेबिल पर अधिकारिक तौर पर दर्ज कराए जाने वाले वोटों की संख्या में भारी अंतर बना रहा। यह सब देख उनके मुख्य चुनाव अभिकर्ता ने बार बार मौखिक व लिखित रूप में रिकाउंटिंग कराने की मांग की, लेकिन अधिकारी इसे अनसुना करते रहे। उनके मतपत्रों को भाजपा अध्यक्ष पद के उम्मीदवार के मतपत्रों के बंडल में मिलाते हुए भाजपा प्रत्याशी को जिताने का काम किया गया है। अधिकारियों की धांधली का सबसे बड़ा सबूत यह भी है कि कुल डाले गए वोटों की संख्या और मतगणना होने वाले मतों की संख्या में ही 1430 वोटों का बड़ा अंतर है। याचिका में इन तथ्यों के आधार पर पुन: मतगणना कराने की मांग की गई है।
समीर चौधरी/रियाज़ अहमद।
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