देवबंद: गांव रास्तम निवासी रोहित ने सीएम को भेजे पत्र में कहा कि उसके भाई सोनू (24) बीते 29 मार्च को गांव के ही जंगल में मरणासन्न अवस्था में मिला था। जिसकी उपचार के दौरान मौत हो गई थी।
न्याय की आस को शनिवार को सीओ कार्यालय पहुंचे मृतक पक्ष का का आरोप है कि आरोपी पक्ष ने उसके भाई सोनू को झूठे प्रेमसंग की बात कहकर पुलिस से गिरफ्तारी करादी थी। लेकिन उसके भाई के जेल से आने के बाद से ही आरोपी पक्ष के लोग उसकी हत्या की फिराक में थे। बताया कि उसके भाई के शव पर चोट के निशान भी थे। पीडित रोहित ने पत्र में सीएम को बताया कि जेल से आने के बाद भी उसके भाई को आरोपियों द्वारा पडताड़ित किए जाने के चलते ही उसकी मौत हुई है। पीडित ने सीएम को पत्र में बताया कि आरोपियों के खिलाफ उसके भाई की मृत्यू का मामला दर्ज होने के बाद भी 29 मार्च से आज तक पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की। आरोपियों के खुले घूमने से अब उनकी जानमाल और सुरक्षा को भी खतरा बना हुआ है। पीडित पक्ष ने सीएम से आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
न्याय की आस को शनिवार को सीओ कार्यालय पहुंचे मृतक पक्ष का का आरोप है कि आरोपी पक्ष ने उसके भाई सोनू को झूठे प्रेमसंग की बात कहकर पुलिस से गिरफ्तारी करादी थी। लेकिन उसके भाई के जेल से आने के बाद से ही आरोपी पक्ष के लोग उसकी हत्या की फिराक में थे। बताया कि उसके भाई के शव पर चोट के निशान भी थे। पीडित रोहित ने पत्र में सीएम को बताया कि जेल से आने के बाद भी उसके भाई को आरोपियों द्वारा पडताड़ित किए जाने के चलते ही उसकी मौत हुई है। पीडित ने सीएम को पत्र में बताया कि आरोपियों के खिलाफ उसके भाई की मृत्यू का मामला दर्ज होने के बाद भी 29 मार्च से आज तक पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की। आरोपियों के खुले घूमने से अब उनकी जानमाल और सुरक्षा को भी खतरा बना हुआ है। पीडित पक्ष ने सीएम से आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
वहीं आरोपी परिवार ने अपने आप को बेकसूर बताते हुए मृतक के परिवार पर ही सोनू को परेशान करने का आरोप लगाते हुए कहा कि सोनू पर बहुत अधिक कर्जा हो गया था उसका परिवार ही उसे परेशान करता था जिस वजह से यह तो उसने आत्महत्या की है या फिर उसके परिवार ने ही उसको मारा है, बताया कि जिस दिन सोनू ने आत्महत्या की थी उस दिन तो उनका परिवार यहां था ही नहीं।
समीर चौधरी/रियाज़ अहमद।
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