दारुल उलूम उस्मानिया में खत्म बुखारी शरीफ के मौके पर जलसे का आयोजन, मुफ्ती हबीबुर्रहमान ने छात्रों को पढ़ाया बुखारी का अंतिम पाठ।

देवबंद: मदरसा दारुल उलूम उस्मानिया में हदीस शरीफ की सबसे बड़ी किताब बुखारी शरीफ का खत्म हुआ। इस दौरान मदरसे से फारिग होने वाले छात्रें की दस्तारबंदी भी की गई।

मोहल्ला खानकाह साकिब कालोनी स्थित मदरसा प्रांगण में मंगलवार को आयोजित हुए वार्षिक कार्यक्रम में दारुल उलूम देवबंद के वरिष्ठ मुफ्ती हबीबुर्रहमान खैराबादी ने छात्रों को नसीहत करते हुए कहा कि आप लोगों ने यहां रहकर जो तालीम हासिल की है उसे दूसरों तक जरूर पहुंचाएं। दारुल उलूम वक्फ के उस्ताद मुफ्ती गुफरान अहमद, जमीअत उलमा उत्तर प्रदेश के उपाध्यक्ष मौलाना नजर मोहम्मद कासमी, मोहम्मद ज़हीन ने भी अपने विचार रखे और दीनी तालीम को अपनी जिंदगियों में उतारने का आह्वान किया। अध्यक्षता दारुल उलूम वक्फ के उस्ताद मुफ्ती समीउद्दीन कासमी व संचालन मदरसे के मोहतमिम मौलाना आफताब कासमी ने किया। कारी अलाउद्दीन की दुआ पर कार्यक्रम का समापन हुआ। संस्था के शेखुल हदीस मुफ्ती मोहम्मद आदिल, मुफ्ती हसन, दिलशाद गोड, शाहनवाज मलिक समेत काफी संख्या में लोग आदि मौजूद रहे।


समीर चौधरी/रियाज़ अहमद।


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