देवबंद: उत्तर प्रदेश वक्फ विकास निगम के निदेशक सैयद शफाअत हुसैन ने कहा कि इस्लामिक शिक्षण संस्था दारुल उलूम और श्री त्रिपुर मां बाला सुंदरी देवी शक्तिपीठ की ऐतिहासिक महत्वत्ता को देखते हुए वक्फ बोर्ड की जमीन पर अतिथिगृह का निर्माण कराया जाएगा। ताकि यहां आने वाले श्रद्धालुओं को असुविधाओं का सामना न करने पड़े।
ईदगाह मार्ग स्थित दारुल उलूम अशरफिया के वार्षिक कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए सैयद शफाअत हुसैन ने उक्त घोषणा करते हुए कहा कि इसके लिए जल्द ही जमीन उपलब्ध कराई जाएगी। जिस पर देश और विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सौ कमरों के अतिथिगृह का निर्माण कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य की योगी सरकार मदरसों से शिक्षा पूर्ण करने वाले छात्रों को मुख्यधारा से जोड़ रही है। उन्हें सरकारी महकमों में भी नौकरियां पर रखा जा रहा है। इससे साफ है कि भाजपा सरकार बिना भेदभाव किए सभी का बराबर विकास कर रही है।
संस्था के मोहतमिम मौलाना सालिम अशरफ कासमी ने कहा कि इस्लामी तालीम हासिल कर छात्र देश-विदेश में इसकी रोशनी फैलाने का काम करें। दारुल उलूम की मजलिस-ए-शूरा के सदस्य मौलाना अंजर हुसैन मियां साहब, मौलाना बिलाल बागपती, मौलाना हबीबुल्लाह मदनी ने भी विचार रखे।
कार्यक्रम में ऑनलाइन व ऑफलाइन इफ्ता (मुफ्ती) का कोर्स करने वाले 225 छात्रों की उलमा के हाथों दस्तारबंदी हुई। साथ ही उन्हें डिग्री दी गई। दुआ मौलाना सैयद बिलाल हुसैन ने कराई। अध्यक्षता मौलाना सालिम अशरफ व संचालन मुफ्ती शादाब अशरफी ने किया। इसमें मौलाना अब्दुल सलमा, नजम उस्मानी, ताहिस हसन शिबली, मौलान मुश्ताक मलिक कश्मीरी, कारी सालिस, मुफ्ती रईस, मौलाना नईम, कारी खालिद आदि मौजूद रहे।
समीर चौधरी।
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