छात्रों की हाज़री को यकीनी बनाने के लिए दारुल उलूम देवबंद ने बनाए नए नियम, 100 घंटे अनुपस्थित रहने वाले छात्रों के वार्षिक परिणाम में से कटेंगे नंबर, खाना भी किया जाएगा बंद।

देवबंद: छात्रों की पढ़ाई प्रभावित न हो और उपस्थिति को शत प्रतिशत बनाया जा सके। इसके लिए इस्लामी तालीम के प्रमुख केंद्र दारुल उलूम देवबंद ने एक नया नियम बनाया है। इसके तहत यदि छात्र बिना अनुमति 100 घंटे (लगभग 16 दिन) कक्षा में उपस्थित नहीं रहता है तो उसके फाइनल रिजल्ट में 10 नंबर कम कर दिए जाएंगे। इस संबंध में संस्था ने रविवार को ऐलान भी जारी किया है।
दारुल उलूम के शिक्षा विभाग के प्रभारी मौलाना हुसैन अहमद हरिद्वारी ने रविवार को जारी ऐलान में कहा कि छात्र अनुपस्थित न रहें और गैर जरूरी बातों से बचते हुए अपनी पढ़ाई पर पूरा ध्यान दें। यह यकीनी बनाएं कि उनकी कक्षाओं में उपस्थिति शत प्रतिशत रहे। क्योंकि इसका असर अनुपस्थित रहने वाले छात्रों के वार्षिक परीक्षा परिणाम पर पड़ेगा। उन्होंने मजलिस ए शूरा द्वारा पास इस नए नियम का उल्लेख करते हुए कहा हाल में हुई मजलिस ए तालीमी (शिक्षा विभाग) की बैठक में इस नए नियम को लागू करने का निर्णय लिया गया है।
इसके तहत यदि कोई छात्र 100 घंटे कक्षाओं में अनुपस्थित रहता है तो वार्षिक परीक्षा परिणाम से उक्त छात्र के 10 नंबर कम कर दिए जाएंगे। इसके बाद भी यदि छात्र गैर हाजिर रहता है तो ऐसी सूरत में हर 50 घंटे बाद उसके पांच-पांच नंबर कम होते रहेंगे, कहा कि कम नंबर आने और ज्यादा गैर हाजरी के चलते मेस से मिलने वाला निशुल्क खाना बंद किए जाने वाला पहले से चल रहा क़ानून भी लागू रहेगा।
उन्होंने कहा कि दौरे हदीस के छात्रों की पांच दिन की गैर हाजरी पर पांच नंबर कटेंगे और उसके बाद हर एक दिन की गैर हाजरी पर एक नंबर उनकी वार्षिक परीक्षा के परिणाम में से कम किया जाएगा। हालांकि संस्था ने इस सत्र के फाइनल एग्जाम अगले माह होने के चलते इस साल के छात्रों को रियायत जरूर दी है और कहा है कि आगामी सत्र से इस नियम का कड़ाई से पालन होगा।

समीर चौधरी।

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