श्रद्धा हत्याकांड से दुखी स्वामी दीपांकर महाराज की बेटियों को नसीहत, स्वंय देखें 36 गुण चाहिए या 35 टुकड़ों में बंटना है।

देवबंद:  दिल्ली में हुए श्रद्धा हत्याकांड से दुखी अंतरराष्ट्रीय ध्यानगुरु स्वामी दीपांकर महाराज ने बेटियों को नसीहत करते हुए कहा कि उन्हें स्वंय देखना होगा कि उन्हें 36 गुण चाहिए या 35 टुकड़ों में बंटना है। उन्होंने मानवाधिकारों की बात करने वाले लोगों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि अब वह श्रद्धा हत्याकांड पर चुप्पी क्यों साधे हुए हैं। 

शुक्रवार को देवीकुंड स्थित आश्रम में पत्रकारों से वार्ता में स्वामी दीपांकर ने कहा कि झंडा उठाकर दिल्ली के जंतर मंतर पर कैंडल मार्च निकालने वाले और मानवाधिकारों की दुहाई देने वाले श्रद्धा की हत्या पर चुप क्यों हैं। उन्होंने महिला संरक्षण के नाम पर आवाज उठाने वाली फिल्मी हस्तियों पर भी हमला बोला। सवाल किया कि श्रद्धा के 35 टुड़कों पर उन्होंने खामोशी इख्तिायर क्यों की हुई है। स्वामी दीपांकर ने कहा कि इंसान प्यार तो नहीं बांट पाया, लेकिन प्यार करने वाली बेटी के शरीर को टुकड़ों में जरुर बांट दिया। यह उन बेटियों के लिए संदेश है जो कहती हैं कि मेरा वाला शोएब ऐसा नहीं है। इसलिए बेटियों को हालात को समझना होगा। 

समीर चौधरी।

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