नहीं रहे मशहूर समाजसेवी और चिकित्सक डॉक्टर धूम सिंह।
आह। डॉक्टर धूम सिंह: कमल देवबंदी।देवबंद: अभी-अभी वरिष्ठ पत्रकार जनाब अशोक गुप्ता के msg से देवबन्द के वरिष्ठ कॉंग्रेस पार्टी के नेता, समाजसेवी और चिकित्सक, डॉक्टर धूम सिंह के निधन का समाचार मिला। देवबन्द नगर से एक और व्यक्ति विशेष की रुख़्सती हो गई।
मुस्कुराता चेहरा,बोलती आंखें,ख़ुश मिज़ाज डॉक्टर धूम सिंह का जन्म देवबन्द के निकटवर्ती ग्राम दिवाल्हेड़ी में 31 जुलाई 1938 को जनाब राम लाल के यहाँ हुआ था।आपने नगर के प्राथमिक विद्यालय नम्बर 1 से अपनी शिक्षा आरम्भ की।1956 में एच. ए. वी.इंटर कॉलेज से इंटर,1961 में गुरुकुल कांगड़ी से AMBS साथ-साथ आयुर्वेद अलंकार और आयुर्वेद भास्कर की डिग्री प्राप्त की थी।
1962 में वो ठाकुर महाबीर सिंह के साथ राजनीति में आए और कॉंग्रेस पार्टी के कई उच्च पदों को सुशोभित किया।वह ठाकुर महावीर सिंह के सच्चे और वफादार साथी थे।ठाकुर साहब भी आप पर पूर्ण विश्वास करते थे।आप अंत तक उनके साथ रहे।
नगर की कई सामाजिक संस्थाओं,संगठनों को आपने अपनी अमूल्य सेवाएं दीं।देवी कुंड पर निर्मित एवं संचालित डिग्री कॉलेज की स्थापना और निर्माण में आपकी अग्रणी भूमिका रही।कब्बडी,बैडमिंटन और वालीवाल आपके प्रिय खेल थे।साथ ही पुस्तकों और समाचार पत्रों को पढ़ने में आपकी विशेष रुचि थी-----मगर अफसोस चमकता चेहरा,खनकते बोल----मौन हो चुके हैं----जाने वाले कब लौटे हैं------मगर देवबन्द इतिहास में वो सदैव याद किए जाएंगे।
"हम तो दरया हैं, हमे अपना हुनर मालूम है---जिस तरफ भी चल पड़ेंगे रास्ते हो जाएंगे"।
------विचार: कमल देवबन्दी, वरिष्ठ लेखक,विचारक।
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