शहीद भगत सिंह के बजाए फिल्म अभिनेता बन गए युवाओं के हीरो, श्रीकृष्ण वाटिका देवबंद में आयोजित समारोह बोले सरदार किरणजीत सिंह संधू "नहीं बन सका शहीदों के सपनों का भारत"।

शहीद भगत सिंह के बजाए फिल्म अभिनेता बन गए युवाओं के हीरो, श्रीकृष्ण वाटिका देवबंद में आयोजित  समारोह बोले सरदार किरणजीत सिंह संधू "नहीं बन सका शहीदों के सपनों का भारत"।
देवबंद: आजादी के अमृत महोत्सव पर तहत शुक्रवार को
श्रीकृष्ण वाटिका देवबंद में आयोजित समारोह में पद्मश्री चौधरी सेठपाल सिंह शहीदे आजम भगत सिंह के भतीजे सरदार किरणजीत सिंह संधू, उत्तर प्रदेश विद्युत निगम सहारनपुर मंडल के मुख्य अभियंता ए.के. आत्रे और नगर के प्रसिद्ध चिकित्सक डा. डी.के. जैन का अभिनंदन किया गया।

कुटी पर पौधारोपण किया एवं आजादी के सपूतों और शहीदों को याद किया गया। समारोह में सरदार भगत सिंह के भतीजे सरदार किरणजीत सिंह संधू ने कहा कि देश ने आजादी के बाद 75 वर्षों में बेमिशाल तरक्की की है। लेकिन अंग्रेजों के समय के अनेक काले कानूनों को नहीं बदला गया है। ऊंच-नीच, भेदभाव और सांप्रदायिकता की भावनाएं समाज से नहीं मिल सकी हैं और जिस स्वतंत्र भारत में जिस समाज और राष्ट्र के सपने सरदार भगत सिंह और उनके क्रांतिकारी साथियों ने देखे थे, वैसा भारत हम नहीं बना सके हैं। उन्होंने कहा कि वर्षों तक भारतीय युवाओं के हीरो सरदार भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, अशफाक उल्ला खां, सुभाष चंद्र बोस, महात्मा गांधी और पंडि़त जवाहर लाल नेहरू सरीखे नेता हुआ करते थे। आज की युवा पीढ़ी उस रास्ते से भटक गई है। उनके हीरो क्रिकेट के खिलाड़ी और फिल्मों के हीरो बन गए हैं। यह बेहद दुखद और चिंताजनक स्थिति है। सरदार किरणजीत सिंह संधू ने कहा कि हमें अपने स्वतंत्रता के इतिहास में झांकना होगा। युवा पीढ़ी को उस संघर्ष से रूबरू कराना होगा तभी भारत अपनी खोई हुई पहचान वापस लाने में सफल हो सकेगा। उन्होंने राष्ट्रीय नेतृत्व की इस बात के लिए सराहना की कि स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ पर पूरे देश में प्रेरणादायी आयोजन कराए जा रहे हैं। ऐसे अनेक समारोहों में उन्होंने खुद भी भाग लिया है। इसी वर्ष उन्नत और आधुनिक खेती के क्षेत्र में अपना श्रेष्ठ देने वाले सहारनपुर के प्रतिष्ठित किसान पद्मश्री सम्मान से विभूषित किए गए सहारनपुर के विख्यात, प्रगतिशील किसान चौधरी सेठपाल सिंह ने कहा कि किसानों को रासायनिक खेती के जरिए ज्यादा उपज लेने का लालच छोड़ना होगा। किसान पुनः आर्गेनिक खेती की ओर लौटे। एक साथ कई फसलें लेने का काम करें और उन फसलों को ज्यादा उगाए जिनमें पानी की कम खपत हो। उन्होंने औषधिय खेती को भी अपनाने पर जोर दिया।चौधरी सेठपाल सिंह ने कहा कि रसायनों के अंधाधुंध इस्तेमाल से जमीन की उर्वरा शक्ति नष्ट होती है और मिट्टी में मौजूद किसानों के मित्र माने वाले केंचुए और अन्य जीव-जंतु और कीट आदि नष्ट हो जाते हैं। आज रसायनों के जरिए जो उपज, सब्जियां और फलादि उगा रहे हैं वे अपना मूल स्वाद और स्वास्थ्य वर्धक तत्व खो चुकी हैं। इनके सेवन से मनुष्य में जानलेवा बीमारियों का प्रकोप बढ़ रहा है। समारोह में विद्युत विभाग के चीफ ए.के. आत्रे ने कहा कि राज्य सरकार ने किसानों के हक में कई लाभकारी योजनाएं शुरू की हैं। किसानों को उनका भरपूर फायदा उठाना चाहिए। उन्होंने कहा कि विद्युत विभाग उपभोक्ताओं को बेहतर से बेहतर सेवाएं देने के लिए 24 सौ घंटे तत्पर है। समारोह में नगर के प्रमुख चिकित्सक डा. डी.के. जैन ने उन्हें सम्मानित किए जाने पर आभार जताया। भाजपा के वरिष्ठ किसान नेता ठाकुर रणवीर सिंह पुंडीर एडवोकेट, नगर के प्रतिष्ठित समाजसेवी और श्री गुरूद्वारा सभा के प्रधान कुलदीप कुमार छाबड़ा, दि दून वेली पब्लिक स्कूल के अध्यक्ष राजकिशोर गुप्ता, भाजपा के वरिष्ठ व्यापारी नेता और कन्हैया लाल जनता इंटर कालेज के प्रबंधक दीपक राज सिंघल, पंडि़त सुदामा शर्मा, वरिष्ठ पत्रकार सुरेंद्र सिंघल और समारोह में संयोजक स्वामी शांतनु जी महाराज ने भी अपने विचार व्यक्त किए। समारोह में आधा दर्जन प्रमुख शख्सियतों का शाल ओंढ़ाकर अभिनंदन किया गया। इस मौके पर श्रीकृष्ण वाटिका में वृहद पौधा रोपण भी किया गया। पुलिस निरीक्षक प्रभाकर कैंतुरा, एसडीओ विद्युत चौरसिया समेत सैकड़ो गणमान्य लोग मौजूद रहे।

 समीर चौधरी/महताब आज़ाद।

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