क्या तरावीह महिलाओं के लिये भी मस्नून है?, किया रोजे की हालत में दाढ़ी काट सकते हैं?

क्या तरावीह महिलाओं के लिये भी मस्नून है?, किया रोजे की हालत में दाढ़ी काट सकते हैं?
कुल हिन्द इस्लामिक इल्मी अकादमी कानपुर की अल-शरिया हेल्पलाइन से पूछे गए प्रश्नों के उत्तर।
प्रश्न :-मेरी मां मधुमेह की मरीज़ हैं और रोज़ा रखना उनके लिये मुम्किन नहीं हो पा रहा है लेकिन उनका कहना है कि अगर यह सर्दी के रोज़े होते तो मुम्किन था कि मैं रोज़ा रख लेती मगर गर्मी में सुबह से ही हालत खराब हो रही है? क्या उनके लिये यह इजाज़त है कि वह गर्मी के रोज़े छोड़ दें और सर्दी का इंतेज़ार करें ? फिर अगर सर्दी में रोज़े मुम्किन हो जायें तो इन रोज़ों की क़ज़ा रख लें और अगर सर्दी में मुम्किन ना हो तो फिर फिद्या अदा करें? या उनको इसकी इजाज़त नहीं है और अभी ही फिद्या अदा करना होगा ?
उत्तर :- आपकी मां अगर रमज़ान में रोज़े रखने क्षमता नहीं रखतीं, बल्कि सर्दी के छोटे दिनों में रोज़ा रख सकती हैं, तो उनके लिये सर्दी के दिनों रोज़े की क़ज़ा ज़रूरी है, ऐसी सूरत में उनके लिये फिद्या देना काफी नहीं होगा और अगर आपकी मां इतनी बूढ़ी हो जायें कि वह सर्दी के छोटे दिनों में भी रोज़े नहीं रख सकें और देखने से भी लगे के भविष्य में भी रोज़ा रखने की क्षमता नहीं हो तो इस सूरत में वह रोज़ो के बदले फिद्या दे सकती हैं।

प्रश्न :- क्या तरावीह महिलाओं के लिये भी मस्नून है?
उत्तर :- तरावीह की नमाज़ महिलाओं के लिये भी सुन्नते मुअक्किदा है औरतें अपने घरों में अकेले तरावीह की नमाज़ अदा करें।

प्रश्न :- हाई ब्लडप्रेशर(रक्तचाप) की सूरत में ज़बान के नीचे एक कैप्सूल 2-3 मिनट के लिये रखा जाता है जिससे तेज़ी से ब्लडप्रेशर(रक्तचाप) नियंत्रित हो जाता है और फिर थूक उसे फेंक दिया जाता है। ना उसका कोई भाग हलक़ में जातात है और ना कोई स्वाद ही महसूस होता है, तो इससे रोज़े में कोई खराबी आयेगी ?
उत्तर :- एहतियात के साथ इस गोली को ज़बान के नीचे रख ले, और उससे पैदा होने वाले लुआब को पेट में ले जाने से बचने का प्रयास करे तो इससे रोज़ा नहीं टूटता।

प्रश्न :- क्या रोज़े की हालत में दाढ़ी काटने से रोज़े पर कोई फर्क़ पड़ता है ?
उत्तर :- दाढ़ी रखना वाजिब और एक मुट्ठी से कम कतरवाना या काटना गुनाहे कबीरा और हराम है। रोज़े की हालत में गुनाहों से बचना भी ज़रूरी है लिहाज़ा दाढ़ी काटने से रोज़ा मकरूह हो जायेगा।

अल-शरिया हेल्प लाइन के नम्बरात
मौलाना मुफ्ती इक़बाल अहमद क़ासमी 9450120937
मौलाना खलील अहमद मज़ाहिरी 9889370978
मौलाना मुफ्ती अब्दुर्रशीद क़ासमी 9984181490
मौलाना अमीनुल हक़ अब्दुल्लाह क़ासमी 9839848686
मौलाना मुहम्मद इनामुल्लाह क़ासमी 9935588996
मौलाना मुहम्मद अनीस खां क़ासमी 9936705786
मौलाना मुफ्ती असदुद्दीन क़ासमी 8700016933
मौलाना मुफ्ती मुहम्मद उस्मान क़ासमी 9935862006
मौलाना मुफ्ती अज़ीजुर्रहमान क़ासमी 7860334030
मौलाना मुफ्ती साद नूर क़ासमी 9721259870
मौलाना मुफ्ती दानिश क़ासमी 9335899572
मौलाना मुफ्ती हिफ्जुर्रहमान क़ासमी 8953747748
मौलाना मुफ्ती सऊद मुर्शिद क़ासमी 9455054392
मौलाना मुफ्ती इज़हार मुकर्रम क़ासमी 9696314272
मौलाना मुफ्ती मुहम्मद मिफ्ताह क़ासमी 9140596695
मौलाना मुफ्ती मुहम्मद वासिफ क़ासमी 8859816832

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