जेलर पर फायरिंग के पांच आरोपियों को मुठभेड़ के बाद देवबंद पुलिस ने गिरफ्तार करके भेजा जेल।

जेलर पर फायरिंग के पांच आरोपियों को मुठभेड़ के बाद देवबंद पुलिस ने गिरफ्तार करके भेजा जेल।
देवबंद: उपकारागार के जेलर पर फायरिंग करने वाले पांच आरोपितों को पुलिस व क्राइम ब्रांच की संयुक्त टीम ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया है। जबकि छह आरोपी अभी भी फरार बने हुए है। आरोपितों के पास से तमंचे भी बरामद हुए है। मिलाई से मना करने पर आरोपितों ने वारदात को अंजाम दिया था।
गुरुवार रात करीब आठ बजे जेलर रीवन सिंह दो जेल वार्डरों के साथ जेल परिसर में टहल रहे थे। इस दौरान परिसर की बाउंड्री वाल के पीछे से उन पर फायरिंग हो गई थी और पेड़ के पीछे छिपकर उन्होंने अपनी जान बचाई थी। शस्त्रों से लैस जेलकर्मियों द्वारा स्वयं को घिरता देख बदमाश फरार हो गए थे। घटना के बाद से पुलिस व क्राइम ब्रांच की संयुक्त टीम घटना के राजफाश में लगी थी। पहचान के बाद शुक्रवार देर रात टीम ने नूरपुर रेलवे फाटक के समीप आरोपितों को घेर लिया और मुठभेड़ के बाद पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया। 
शनिवार को एसएसपी और एसपी (ग्रामीण) के आदेश पर पुलिस ने घटना का पर्दाफाश किया। सीओ दुर्गा प्रसाद तिवारी और कोतवाल प्रभाकर कैंतुरा ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपी रणखंडी गांव निवासी लविश, सचिन पंकज और जखवाला निवासी दीपांशु और विशु है। आरोपितों ने फायरिंग किए जाने की बात कबूली है। बताया कि आरोपित लविश का चाचा नीतू 2019 से जेल में बंद है। लविश अपने चाचा नीतू से मिलाई के लिये 10 मार्च को 12 बजे जेल गया था। सिपाही द्वारा मिलने से मना करने पर लविश आक्रोशित हो गया और सिपाही से बहस की। इसी को लेकर लविश रात 8 बजे अपने साथियों के साथ पहुंचा और फायरिंग कर दी। बताया कि अभी छह आरोपी और फरार बने हुए है। जिन्हें जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
पुलिस ने आरोपितों के पास से घटना में प्रयुक्त दो बाइक, 315 बोर के दो तमंंचे और चार जिंदा कारतूस बरामद किए है। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों को शुक्रवार को अदालत में पेश किया। जिसके बाद उन्हें जेल भेज दिया गया।

समीर चौधरी।

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