"देवबंद टुडे" की ओर से महिला दिवस के अवसर किया गया कार्यक्रम का आयोजन।

"देवबंद टुडे" की ओर से महिला दिवस के अवसर किया गया कार्यक्रम का आयोजन।
देवबंद: उर्दू-हिंदी पाक्षिक "देवबन्द टुडे" देवबन्द की ओर से महिला दिवस के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन देवबन्द पब्लिक गर्ल्स स्कूल में किया गया। जिसकी अध्यक्षता वरिष्ठ अधियापिका मन्ज़ा परवीन और संचालन शेहला राहत ने किया। 
इस अवसर पर मन्ज़ा परवीन ने अपने संबोधन में कहा कि "महिला बेटी, बहन, बीवी और मां के रूप में ममता, सहानुभूति, प्रेम, शक्ति और बलिदान का प्रतीक है"।समाजसेविका शाज़िया ज़ीनत ने कहा कि "वर्तमान में महिलाओं ने अपनी प्रतिभा और योग्यता के बल पर अपना लोहा प्रत्येक क्षेत्र में मनवाया है। इसके लिए वो बधाई की पात्र हैं"।
राज्यपाल पुरस्कार विजेता गुलशन अंसारी ने कहा कि "परिषदीय विद्यालयों में महिलाओं ने अपने योगदान से अपनी प्रतिभा को देश स्तर पर साबित किया है। इसके लिए वो बधाई की पात्र हैं"। कहकशां अंजुम, निगहत और संचालक शेहला राहत ने गीत-ग़ज़ल के माध्यम से अपनी उपस्तिथि दर्ज कराई।बालक हाज़िक और बालिका जावेरिया ने पोएम प्रस्तुत की।गुलशन अंसारी और ज़ेबा ने "देवबन्द टुडे" की सम्पादिका का स्वागत किया।
इस अवसर पर सभी महिला वक्ताओं ने सामूहिक रूप से विभिन्न व्हाट्सएप ग्रुप पर अध्यापकों दुवारा एक दूसरे के प्रति अभद्र भाषा प्रयोग पर चिंता जताई और इसको अध्यापक समाज की गरिमा की प्रति चिंताजनक बताया।
कार्येक्रम में रिज़वाना सिद्दीक़ी, इमराना सिद्दीक़ी, रोमा उस्मानी, सलमा परवीन, ज़ेबा, सोफिया, शेहला (नगर क्षेत्र) शाईस्ता परवीन, इनाया अदीब, ज़ैनब शाह आदि उपस्थित रहीं।

समीर चौधरी/इकराम अंसारी 

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