कैराना से पलायन की बात करने वालों को चुनाव बाद उत्तर प्रदेश भागना होगा, शामली में साझा प्रेस कांफ्रेंस के दौरान अखिलेश यादव का बीजेपी पर हमला, नाहिद हसन के लिए मांगे वोट।
शामली: समाजवादी पार्टी और भाजपा के लिए नाक की सीट बन चुकी कैराना विधानसभा पर बुधवार को सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने विधायक और सपा प्रत्याशी नाहिद हसन के लिए उनकी बहन इकरा हसन के साथ वोट मांगे।
इस दौरान शामली में सपा प्रमुख और आरएलडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी ने साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि कैराना से पलायन की बात करने वालों को चुनाव बाद उत्तर प्रदेश छोड़ना पड़ेगा।
अखिलेश यादव ने भाजपा पर नकारात्मक राजनीति करने का आरोप लगाते हुए बुधवार को कहा कि जो लोग कैराना से पलायन की बातें कर रहे हैं उन्हें विधानसभा चुनावों के बाद उत्तर प्रदेश छोड़कर भागना पड़ेगा। अपने गठबंधन सहयोगी जयंत चौधरी के साथ शामली के कैराना में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए यादव ने उत्तर प्रदेश और केंद्र की बीजेपी सरकार पर निशाना साधा। अखिलेश यादव ने कहा, ''भाजपा नकारात्मक राजनीति कर रही है। सपा-रालोद गठबंधन भाईचारे का पक्षधर है। जो कैराना पलायन की बातें कर रहे हैं, उन्हें चुनाव के बाद उत्तर प्रदेश से भागना पड़ेगा।''
यादव ने कहा, ‘‘भाजपा नकारात्मक राजनीति कर रही है। सपा-रालोद गठबंधन भाईचारे का पक्षधर है। जो कैराना पलायन की बातें कर रहे हैं, उन्हें चुनाव के बाद उत्तर प्रदेश से भागना पड़ेगा।’’
अखिलेश ने जेल में बंद प्रत्याशी नाहिद हसन के लिए वोट मांगे। अखिलेश यादव और जयंत चौधरी के साथ नाहिद की बहन इकरा ने अपने भाई के लिए वोट की अपील की। कैराना को सपा और बीजेपी ने नाक का मुद्दा बना लिया है और दोनों ही पार्टियां कोई कसर बाकी नहीं रखना चाहती हैं। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) गैंगस्टर ऐक्ट में बंद नाहिद हसन को टिकट दिए जाने को लेकर सपा को घेरने में जुटी है और 2017 से पहले यहां हिंदुओं के कथित पलायन को मुद्दा बनाने में जुटी है। खुद केंद्रीय गृहमंत्री और बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष अमित शाह ने यूपी चुनाव के लिए अपने अभियान की शुरुआत कैराना से ही की थी।
समीर चौधरी।
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