यूक्रेन में फंसे ज़िला सहारनपुर के 9 छात्र, चिंतित घर वालों का छलका दर्द, सरकार से मदद की गुहार।

यूक्रेन में फंसे ज़िला सहारनपुर के 9 छात्र, चिंतित घर वालों का छलका दर्द, सरकार से मदद की गुहार।
सहारनपुर: रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध छिड़ गया है और ऐसे में वहां चिकित्सा शिक्षा और रोजगार के लिए गए भारतीय नागरिक फंस गए हैं। यूक्रेन में फंसे भारतीयों के परिजन यहां काफी परेशान है और उन्होंने सरकार से अपनों को वापस लाने की गुहार लगाई है।
बता दें कि यूक्रेन में ज़िला सहारनपुर के 9 छात्र फंसे हुए हैं। जिनमें से दो छात्र शुक्रवार को यूक्रेन से भारत लौटेंगे। छात्रों के यूक्रेन में फंसे रहने से परिवार खासे चिंतित हैं।
देवबंद क्षेत्र के बड़गांव के रहने वाले डॉ. मनीष सिंह का 22 वर्षीय पुत्र पीयूष राणा यूक्रेन के वेनिस विश्वविद्यालय में एमबीबीएस प्रथम वर्ष का छात्र है। पीयूष राणा के माता-पिता दोनों देशों में युद्ध छिड़ने से चिंतित हैं। पीयूष राणा के माता-पिता का कहना है कि उनका बेटा किसी तरह सकुशल भारत लौट आए, जबकि उसकी मां रो रही है। पीयूष राणा दिसंबर 2021 के पहले सप्ताह में एमबीबीएस की पढ़ाई करने यूक्रेन गए थे। पीयूष राणा ने आज भी अपने परिवार से बात की है और उन्होंने अपने माता-पिता को आश्वासन दिया है कि वह यहां ठीक हैं। पीयूष राणा के पिता डॉ. मनीष सिंह बड़गांव में मेडिकल स्टोर चलाते हैं मनीष सिंह ने भारत सरकार से इस मामले को गंभीरता से लेने की मांग की है।
बेहट इलाके के गांव ताजपूरा निवासी डॉक्टर सगीर हसन का पुत्र शोएब यूक्रेन देश में रहकर एमबीबीएस की पढ़ाई करने के लिए गया हुआ है जिसको लेकर परिवार आज बहुत चिंतित है क्योंकि यूक्रेन में रूस ने ताबड़तोड़ हमला कर रखा है।

यूक्रेन की बुकोविनियन स्टेट मेडिकल यूनिवर्सिटी में अध्ययनरत गंगोह निवासी हर्ष सैनी पुत्र कंवलजीत सैनी के ताउ गंगोह में पेथालॅजी लैब संचालक डा. काशीराम सैनी ने उक्त जानकारी देते हुए बताया कि दोपहर 12 बजे हर्ष से मोबाईल पर छात्रों को वापिस हास्टिल भेजने और फ्लाईट वापिस भेजने की जानकारी दी गई। 
डॉ. काशीराम सैनी ने बताया कि 13 दिसम्बर 2021 को ही हर्ष को दिल्ली एयरपोर्ट से युक्रेन के लिए रवाना किया था। हर्ष का भाई डॉ. रविकांत सैनी भी यूक्रेन में पढ़ाई कर गंगोह में प्रैक्टिस कर रहा है। उसके पिता डॉ. कंवलजीत सैनी व माता डॉ. रीता सैनी छुटमलपुर में क्लीनिक चलाते हैं।

रायवाला निवासी अम्मार, गंगोह के गांव धानवा निवासी शोभित सैनी, आसिफ, बेहट के काशिफ, चिलकाना के अजीम, शोएब कुरैशी, बड़गांव के पीयूष राणा, कोलाखेड़ी निवासी हर्ष सैनी और छुटमलपुर निवासी छात्र राव अहमद यूक्रेन में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे हैं। यूक्रेन में हालात ठीक न होने से सहारनपुर में परिजनों की चिंता बढ़ी हुई है। लगातार परिजन अपने बच्चों से संपर्क में है और वहां के हालातों की जानकारी ले रहे हैं। छात्र अम्मार और अजीम शुक्रवार को भारत लौटेंगे।

बेहट के गांव ताजपुरा के रहने वाले अजीम अंसारी, मजहर हुसैन, शोएब कुरैशी और मोहम्मद काशिफ एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए यूक्रेन गए हैं. रूस और यूक्रेन में दोनों के बीच तनाव चल रहा है, जिससे अजीम के परिवारों की परेशानी और बढ़ गई है।

समीर चौधरी।

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1 Comments

  1. गंगोह का मेरा भाहांजा मोहम्मद ज़ैद भी यूक्रे न गया हुआ गई

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