देवबंद: एक्सईएन कार्यालय में कंप्यूटर ऑपरेटर (संविदाकर्मी) के पद पर कार्यरत कर्मचारी ने निगम के अधीक्षण अभियंता असलम हुसैन पर वेतन मांगने के चलते पिस्टल दिखाकर डराने व धमकी देने का आरोप लगाया है। कर्मचारी की ओर से कार्रवाई को पुलिस में तहरीर भी दी गई है। वहीं, विद्युत संविदा मजदूर संगठन उत्तर प्रदेश ने भी इस पर रोष जताते हुए कार्रवाई किए जाने की मांग की है।
जनपद मुजफ्फरनगर के पटेल नगर नई मंडी निवासी अनिल वर्मा ने कोतवाली में दी तहरीर में बताया कि वह सांपला रोड स्थित विद्युत कार्यालय में बतौर संविदाकर्मी कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर तैनात है । 30 दिसंबर को अधीक्षण अभियंता असलम हुसैन विभागीय कार्यों के प्रगति की समीक्षा कर रहे थे। आरोप है कि इस दौरान असलम हुसैन ने उसे गमछा वाला कहकर बुलाया और कहा कि पहले भी यहां कार्य करने से मना किया था। अनिल वर्मा ने बताया कि उसने तीन माह का रुका वेतन मांगा तो असलम हुसैन तैश में आ गए और उन्होंने अपना पिस्टल निकाल कर उसे डराया और धमकी भी दी। बताया कि पूरा मामला कार्यालय में लगे सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हुआ है। वहीं, मामले को लेकर विद्युत संविदा मजदूर संगठन उत्तर प्रदेश के मुख्य महामंत्री आशीष कुमार ने निंदा करते हुए पूरे मामले की जांच कराने तथा अधीक्षण अभियंता के पिस्टल का लाईसेंस रद्द किए जाने की मांग की है।
कर्मचारी की कार्यशैली संदिग्ध, आरोप निराधारः एसई
विद्युत निगम के अधीक्षण अभियंता असलम हुसैन ने बताया कि व्यवस्था में सुधार के लिए सभी कर्मचारियों को बुलाकर समझाया जा रहा था। जिसमें अनिल वर्मा सहित कार्यालय में तैनात चार ऑपरेटर भी शामिल थे। अनिल वर्मा की कार्यशैली संदिग्ध है जिसके चलते उनकी डिवीजन चैंज करने को कहा गया। इसी पर वह उनके साथ बुरा बर्ताव करने लगे। उन्होंने बताया कि दिनभर कार्यालय में दलाल घूमते रहते हैं। जिन्हें रोकने क लिए व्यवस्था बनाई जा रही थी। पिस्टल दिखाकर डराने या धमकाने के आरोप सरासर निराधार हैं।
समीर चौधरी।
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