दलित महिला ने आजम खां की रिहाई के लिए राष्ट्रपति को अपने खून से लिखा पत्र, अगर आजम को नहीं मिलती रिहाई तो मुझे इच्छा मृत्यु की अनुमति दी जाए।

दलित महिला ने आजम खां की रिहाई के लिए राष्ट्रपति को अपने खून से लिखा पत्र, अगर आजम को नहीं मिलती रिहाई तो मुझे इच्छा मृत्यु की अनुमति दी जाए।
रामपुर: समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता और रामपुर से सांसद आजम खान की रिहाई के लिए दलित महिला ने खून से पत्र लिखकर राष्ट्रपति से आजम खां के साथ इंसाफ करने की मांग की है साथ ही दलित महिला ने आरोप लगाया कि आजम खां के खिलाफ राजनीतिक बदले के कारण कार्रवाई हो रही है अगर आजम खां को इंसाफ नहीं दिया जाता तो मुझे  इच्छा मृत्यु की अनुमति दी जाए।
दलित समाज की एक महिला ने सपा नेता आजम खान की रिहाई के लिए राष्ट्रपति को पत्र लिखा है। जिसमें उसने कहा है कि अगर आजम खान की रिहाई नहीं होती है तो उनको इच्छा मृत्यु दी जाए। ये दलित महिला सपा से पूर्व नामित सभासद नेहा राज है। जिसने कहा है कि वह दलित समाज से हैं। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी वे 25 मई 2021 को भी राष्ट्रपति को एक पत्र अपने खून से लिखकर भेज चुकी हैं। अपने खून से लिखे पत्र में भी उन्होंने सांसद आजम खान की रिहाई की मांग की थी। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। अब एक बार फिर वे उन्होंने खून से पत्र लिखकर अपनी मांग दोहरा रही हैं साथ ही यह भी लिख रही हैं अगर सांसद आजम की रिहाई नहीं होती तो उनको इच्छा मृत्यु दी जाए।

महिला का कहना है कि मैं पिछले 2 साल से लगातार आजम खां की रिहाई की मांग कर दी लेकिन सरकार और प्रशासन द्वारा उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है अब उन्होंने राष्ट्रपति को एक बार फिर खून से पत्र लिखकर कहा कि आजम खान के साथ राजनीतिक बदले के कारण कार्रवाई हो रही है अगर आजम खान के साथ इंसाफ नहीं किया जाता और उन्हें रिहा नहीं किया जाता तो मुझे इच्छामृत्यु की अनुमति दी जाए।

गौरतलब है कि कई अलग मामले को लेकर समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आजम खान पिछले लगभग 2 साल से जेल में बंद हैं। प्रदेश की योगी सरकार पर कि आजम खां के उत्पीड़न के आरोप लगते रहे हैं।

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