हंगामे के बीच चंद मिनटों में दोनों सदनों से कृषि कानूनों को वापस लेने वाला बिल हुआ पास, राज्यसभा के 12 सांसद ने लंबित।

हंगामे के बीच चंद मिनटों में दोनों सदनों से कृषि कानूनों को वापस लेने वाला बिल हुआ पास, राज्यसभा के 12 सांसद ने लंबित।
नई दिल्ली: संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन दोनों सदनों में जबरदस्त हंगामे के बीच मोदी सरकार ने कृषि कानूनों को वापस लेने वाला बिल ध्वनिमत से पास कर दिया। जिसको लेकर विपक्ष ने काफी हंगामा किया, विपक्ष ने सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार ने इस बिल पर बहस नहीं होने दी। इसके साथ ही लोकसभा के बाद राज्यसभा की कार्रवाई भी कल 11:00 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई, हालांकि राज्यसभा के 12 सांसदों को पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया।

समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, राज्यसभा ने 12सांसदों को बाक़ी के शीत सत्र से निलंबित कर दिया है, इन्हें नियमों की उपेक्षा कर ग़लत आचरण के मामले में निलंबित किया गया है।
निलंबित किए गए सांसदों में छह कांग्रेस के ये छह हैं- फुलो देवी नेताम, छाया वर्मा, रिपुन बोरा, राजमणि पटेल, सैयद हुसैन और अखिलेश सिंह। निलंबित किए गए सांसदों में शिव सेना की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी और टीएमसी सांसद डोला सेन भी शामिल हैं। इसके अलावा सीपीएम के इलामारम करीम, सीपीआई के बिनॉय विस्वाम, टीएमसी के शांता छेत्री और शिव सेना के अनिल देसाई हैं।
इन सांसदों के ख़िलाफ़ मॉनसून सत्र में अनुशासन के उल्लंघन के मामले में कार्रवाई की गई है। इन पर मॉनसून सत्र के आख़िरी दिन 11अगस्त को सुरक्षा बलों पर हमला करने का मामला था। हाला की खबर आई है कि कल यह सभी सांसद राज्यसभा सभापति उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू से मुलाकात करके माफ़ी मांगेंगे जिसके बाद इनका निलंबन निरस्त हो सकता है।

बता दें कि सोमवार को शीतकालीन सत्र का पहला दिन था जिसमें विपक्ष के काफी हंगामे के बीच मोदी सरकार ने चंद मिनटों में ही लोकसभा और कुछ ही समय में राज्यसभा से कृषि कानूनों को वापस लेने वाला बिल पास करा लिया है। जिसके बाद दोनों सदनों की कार्रवाई को कल तक के लिए स्थगित कर दिया गया हालांकि इस को लेकर विपक्ष का काफी हंगामा भी रहा लेकिन सरकार पीएम मोदी के ऐलान के अनुसार सदन के पहले दिन दोनों सदनों से इस बिल को पास कराने में सफल रही। अब राष्ट्रपति के सिग्नेचर के साथ ही यह कानून वापस हो जाएंगे।

समीर चौधरी।
DT Network

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