देवबंद यूनानी कालेज में छह दिवसीय कार्यक्रम शुरु, यूनानी उपचार में विभिन्न विषयों के विशेषज्ञों ने पेश की रिसर्च।

देवबंद यूनानी कालेज में छह दिवसीय कार्यक्रम शुरु, यूनानी उपचार में विभिन्न विषयों के विशेषज्ञों ने  पेश की रिसर्च।

देवबंद: देवबंद यूनानी मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर में सोमवार को सीएमई (कंटीन्यूइंग मेडिकल एजुकेशन) कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें यूनानी उपचार में विभिन्न विषयों के विशेषज्ञों ने अपनी रिसर्च प्रस्तुत की। विभिन्न आधुनिक यूनानी उपचार की विधियां भी बताई गईं।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी के के आयुर्वेदिक एवं यूनानी फैकल्टी के डीन व स्वामी कल्याण देव राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज मुजफ्फरनगर के प्रिंसिपल मिथलेश वर्मा ने कहा कि यूनानी पद्धति से उपचार पूरी तरह आधुनिक विज्ञान द्वारा प्रमाणित है।

 उन्होंने कहा कि दुनिया की कोई साइंस यूनानी पद्धति के उपचार को नहीं नकार सकती है। यूनानी पद्धति में हर प्रकार की बीमारी का इलाज संभव है। एनस्थेटिक अंजलि गुप्ता ने सीएमई के विषय पर कहा कि प्राकृतिक पद्धति में यूनानी मेडिकल साइंस का अलग स्थान है। देवबंद यूनानी मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डा. मोहम्मद असलम ने कॉलेज का रिपोर्ट कार्ड पेश किया। प्रबंधक डा. कमरुज्ज़मा कुरैशी ने कहा कि छह दिवसीय इस कार्यक्रम में देश के विभिन्न हिस्सों से पहुंचे प्रशिक्षु सीएमई के माध्यम से बेहतर जानकारी प्राप्त करेंगे। डा. इरफान, डा. फैसल, हकीम शफीउर्ररहमान, डा. फराज रिजवी, डा. मो.खालिद, प्रो. डा. अफजाल अहमद, प्रो. अरशद अंसारी, कार्डिनेटर डा. मो. नासिर, डा.हिलाल, डा. अब्दुल मुईद आदि मौजूद रहे।

समीर चौधरी।

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