नबी (सल्ल०) ने कुरान की रोशनी में औरतों को बराबरी का दर्जा दिया : मुफ़्ती अबु ओमामा (सालार ग़ाज़ी)

नबी (सल्ल०) ने कुरान की रोशनी में औरतों को बराबरी का दर्जा दिया : मुफ़्ती अबु ओमामा (सालार ग़ाज़ी) 
जश्न आमद रसूल मुस्लिम कमेटी का तीसरा जलसा आयोजित।

अमरोहा: मुस्लिम कमेटी अमरोहा के तत्वधान में 17 दिवसीय कार्यक्रम का तीसरा जलसा मोहम्मदी मस्जिद मोहल्ला बाजार रजाक अमरोहा में चौधरी शकील अहमद कुरेशी की अध्यक्षता में बाद नमाजे ईशा मुनाकिद हुआ, जिसकी शुरुआत मिर्जा अनस अमरोहवी ने तिलावते कुरान पाक से की, इसके बाद कारी अनस ने नात ए पाक का नजराना पेश किया।

जलसे को संबोधित करते हुए हजरत मौलाना मुफ्ती रिफाकत हुसैन अबू ओमामा ने फरमाया कि हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहो सल्लम की तशरीफ लाने से पहले दुनिया जहालत के अंधेरों में थी और लोग जब किसी के घर लड़की पैदा होती तो उसको जिंदा दफन कर दिया करते थे हजरत मोहम्मद मुस्तफा सल्लल्लाहो सल्लम की तालीम ने कुरान की रोशनी में औरतों को बराबरी का दर्जा दिया, आज पूरी दुनिया अगर हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहो वसल्लम के बताए रास्ते पर चलें तो किसी किसी तरह की कोई परेशानी नहीं आएगी, हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहो वसल्लम ने दुनिया के हर क्षेत्र में अपनी एक नई पहचान दुनिया को दी, दुनिया उनकी तालिमात पर अमल करें तो आज हम कामयाबी के रास्ते तय कर सकते हैं

जलसे को हजरत कारी एहसान अहमद साहब कासमी, उस्ताद जामा मस्जिद अमरोहा ने भी संबोधित किया और हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहो वसल्लम की तालीमात को आम करने पर जोर दिया, उन्होंने हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहो वसल्लम की ज़िंदगी के अहम मौज़ू पर तफसील से रोशनी डाली, उन्होंने जलसे को संबोधित करते हुए कहा कि सलाम का मतलब भाईचारा अमन पैदा करना है, आज इस्लाम की तालीम दुनिया के सामने उसकी उल्टी तस्वीर पेश की जा रही है जबकि वास्तव में कुरान और इस्लाम की तालीम हमें मानवता का और इंसानियत का पाठ पढ़ाता है अगर हमें एक अच्छा इंसान बनना है तो हमें इस्लाम की तालीमात पर अमल करना होगा।
कार्यक्रम का संचालन हाजी खुर्शीद अनवर ने किया, कार्यक्रम में मुख्य रूप से हाजी नसीम खा, हाजी अब्दुल कयूम रायनी, डॉ नजमुन नबी, निराले अंसारी, कमर नकवी, अली इमाम रिजवी, ओवैस रिज़वी, मंसूर अहमद एडवोकेट, इकराम हुसैन जैदी, आमिर लइक, यासिर अंसारी, माजिद मलिक, जफर अंसारी, सूफी निशात अहमद, मुमताज खान, अब्दुल सलाम, इमरान, अजीम के अलावा जनरल सिकरेटरी, सरताज आलम मंसूरी, मरगूब सिद्दीकी, इकरार अहमद अंसारी, इंजीनियर दानिश सिद्दीकी, फहीम शाहनवाज, दिलशाद मूवी, मोहम्मद नदीम ऑनलाइन, अमरोहा आदि मुख्य रूप से मौजूद थे।

मस्जिद के बाहर कोविड-19 के दिशा निर्देशों के अनुपालन के लिए मासक व सैनिटाइजर के लिए अलग से मुस्लिम कमेटी के माध्यम से व्यवस्था की गई थी कार्यक्रम के उपरांत कारी एहसान अहमद कासमी साहब ने मुल्क में अमन कायम करने की दुआ कराई। अंत में कार्यक्रम के संयोजक गण मुमताज मुमताज खां व अब्दुल सलाम ने उपस्थित लोगों का आभार प्रकट किया।

रिर्पोट: सालार गाजी
Posted By: Sameer Chaudhary

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