एसपी सिटी मुजफ्फरनगर करेंगे देवबंद के थीतकी गांव के जीशान की मौत के मामले की जांच, परिजनों के लगातार प्रयास के बाद आगे बढ़ी कार्रवाई।
देवबंद: विगत 5 सितंबर को कोतवाली क्षेत्र के थीतकी के गांव में गोली लगने से हुई जीशान की मौत के मामले में एसपी सिटी मुजफ्फरनगर को जांच हस्तांतरित की गई है, हालांकि इस मामले में सहारनपुर क्राइम ब्रांच पहले ही जांच कर रही है।
मृतक के परिजन लगातार देवबंद पुलिस पर उसकी हत्या करने का आरोप लगा रहे हैं। इस संबंध में एसएसपी सहारनपुर को भी मृतक की पत्नी ने ज्ञापन दिया था, इतना ही नहीं बल्कि पूर्व राज्य मंत्री ईसा रजा इस मामले को लखनऊ तक लेकर गए हैं, जिसके बाद अब कार्रवाई आगे बढ़ी है और इस पूरी घटना की जांच एसपी सिटी मुजफ्फरनगर अर्पित विजयवर्गी को सौंपी गई है। जिन्होंने देवबंद पहुंचकर घटना की जांच भी शुरू कर दी है।
ईसा रजा ने बताया कि पीडित परिजनों की मांग पर मामले की जांच एसपी सिटी मुजफ्फरनगर अर्पित विजयवर्गी को सौंपी गई है। जिन्होंने जांच शुरु कर दी है। वहीं, सहारनपुर क्राइम ब्रांच भी पूरे मामले की जांच कर रही है। उन्होंने देवबंद पुलिस और सीओ देवबंद पर कई आरोप लगाए हैं।
क्या था मामला।
पांच सितंबर की रात देवबंद पुलिस ने गोकशी की सूचना पर थीतकी गांव के जंगल में छापामारी की थी। इस दौरान गांव निवासी जीशान संदिग्ध परिस्थितियों में पैर में गोली लगने से घायल हो गया था। जिसकी उपचार के दौरान मौत हो गई थी। पुलिस का कहना है कि भागते समय स्वयं के हाथ में लिए तमंचे से चली गोली जीशान के पैर में लगी और दहशत के चलते उसकी मौत हुई थी। जबकि मृतक की पत्नी अफरोज ने तीन उपनिरीक्षकों सहित 13 पुलिसकर्मियों पर पति की हत्या करने का आरोप लगाते हुए एसएसपी को प्रार्थना पत्र दिया था। इतना ही नहीं मृतक के चचेरे भाई व सपा सरकार में दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री रहे सैयद ईसा रजा इस मामले को लखनऊ तक ले गए थे। जिसके बाद मामले की जांच के आदेश हुए थे।
सपा शासन में दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री रहे सैयद ईसा रजा ने बताया कि मृतक जीशान करीब 40 बीघा जमीन का मालिक है तथा उसके पास लाइसेंसी रायफल व बंदूक भी है। ऐसे में पुलिस का मनगढ़त कहानी बनाकर उस पर गोकशी करने का आरोप लगाना सरासर गलत है। कहा कि उन्हों मामले की जांच कर रहे एसपी सिटी अर्पित विजयवर्गी और क्राइम ब्रांच पर पूरा भरोसा है।
समीर चौधरी
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