देवबंद: लाइसेन्सिंग शुल्क दरों में बढ़ौतरी पर चर्चा के लिए गठित सभासदों की कमेटी ने लाईसेंसिंग शुल्क की दरों में वृद्धि को मंजूरी दे दी है। अब नई दरें लागू होने के बाद होटल, प्राइवेट अस्पताल, पैथोलॉजी सेंटर, ऑटो रिक्शा, ठेला/ठेली, ट्राली, मांस की दुकानें, खाद्य पदार्थ की दुकानें आदि करने वालों पर इसका बोझ पड़ेगा।
बीती 4 सितम्बर को पालिका सभागार में आयोजित हुई बोर्ड बैठक में शासन द्वारा निर्गत शासनादेश में निर्धारित की गयी 39 मर्दों की लाइसेन्सिंग शुल्क की दरों में वृद्धि किये का प्रस्ताव रखा गया था। सर्वसम्मति न बनने पर चर्चा के लिए सात सभासदों की कमेटी का गठन किया गया था। इसी संबंध में बुधवार दोपहर पालिका सभागार में समिति अध्यक्ष सभासद मनोज सिंघल की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन हुआ। काफी देर गहनता से विचार विमर्श करने के बाद समिति ने सर्वसम्मति से लाइसेंस शुल्क दरों को नगर देवबंद में लागू किये जाने के प्रस्ताव को स्वीकार किया गया। कमेटी ने कहा कि नई दरें लागू होने से नगर पालिका की आय में वृद्धि होगी और नगर पालिका को और अधिक सुदृढ़ बनाया जा सकेगा। जिनके लाईसेंसिंग शुल्क की दरों में वृद्धि होगी उनमें होटल, नर्सिंग होम, प्रसूति गृह, प्राइवेट अस्पताल, पैथोलॉजी सेंटर, ऑटो रिक्शा, मिनी बस, बस, तांगा, ठेला/ठेली, ट्राली, फाइनेंस कम्पनी, आइस फैक्ट्री, मांस की दुकानें, पशुपालन, खाद्य पदार्थ की दुकानें, लाइसेंस रजिस्टर्ड बिल्डर, लाइसेंस घोड़ा बोग्गी, आरा मशीन, लाउडस्पीकर आदि शामिल हैं। बैठक में कमेटी सदस्य मनोज सिंघल, शाहिद हसन, सुधा गांधी, रविंद्र चौधरी, विपिन त्यागी, डा. मोहम्मद वाजिद, इकबाल अंसारी के अलावा पालिका अधिशासी अधिकारी राजपति बैस, कर अधीक्षक चंद्रिका प्रसाद, मुख्य लिपिक मोहम्मद अकबर, लाइसेंस लिपिक अहमद गजाली आदि मौजूद रहे।
समीर चौधरी/रियाज़ अहमद।

0 Comments