देवबंद: जमीयत उलेमा ए हिंद (अरशद मदनी गुट) देवबंद यूनिट की बैठक में वर्ष 2024-25 की कार्यकारिणी सर्वसम्मति से घोषित की गई। बैठक में वक्फ संशोधन कानून पर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी के बयान का समर्थन करते हुए इसका कड़ा विरोध भी किया गया।
रविवार को नगर के रैती चौक स्थित मुगलो वाली मस्जिद में आयोजित हुई बैठक में तहसील देवबंद की कार्यकारिणी घोषित करते हुए दारुल उलूम के उस्ताद मुफ्ती कौकब आलम को अध्यक्ष, मुफ्ती खादिम हुसैन को महासचिव, कारी गुलफाम को उपाध्यक्ष और सैयद नदीम अतहर को सचिव नियुक्त किया गया। देवबंद नगर की कार्यकारिणी घोषित करते हुए हाजी मोहम्मद यासीन को पांचवी दफा अध्यक्ष, मुफ्ती अमजद मदनी और कारी फौजान को उपाध्यक्ष, मुफ्ती अखलाक कासमी को महासचिव, मोहम्मद आरिफ को कोषाध्यक्ष, मसूद अहमद को सहकोषाध्यक्ष और कारी मजाहिर हसन को संयोजक बनाया गया। ब्लॉक देवबंद की कार्यकारिणी घोषित करते हुए मौलाना मोहम्मद बिलाल अध्यक्ष, मौलाना मोहम्मद आदिल को महासचिव, मौलाना इनामुल्लाह कासमी, मौलाना इमरान कासमी और कारी मोहतशिम को उपाध्यक्ष, हाजी जव्वार को कोषाध्यक्ष, हाजी नसीम को सहकोषाध्यक्ष जबकि हाजी गय्यूर को संरक्षक बनाया गया। ब्लॉक नागल की कार्यकारिणी में कारी आस मोहम्मद को अध्यक्ष, कारी मोहम्मद तालिब को महासचिव, कारी आरिफ को उपाध्यक्ष और प्रधान मोहम्मद ईसा को कोषाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी दी गई। बैठक के दौरान जमीयत के पदाधिकारियों और सदस्यों ने सरकार द्वारा लाए गए वक्फ संशोधन बिल की जोरदार मुखालफत भी की।
समीर चौधरी/रियाज़ अहमद।
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