वादकारी पक्ष और अधिवक्ताओं जमकर हुई मारपीट, गुस्साए अधिवक्ताओं ने लगाया जाम, पुलिस से आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग।

देवबंद: फीस मांगने को लेकर अधिवक्ता और वादकारी में हुआ विवाद संघर्ष में बदल गया। वादकारी पक्ष के लोगों ने अधिवक्ताओं के साथ जमकर मारपीट और अभद्र व्यवहार किया। इतना ही नहीं एक अधिवक्ता के अपहरण का प्रयास भी किया गया। गुस्साएं अधिवक्ताओं ने हाईवे पर जाम लगा दिया। जिससे पुलिस प्रशासन में हडक़म्प मच गया।अधिवक्ताओं ने आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने दो आरोपियों को हिरासत में ले लिया है।

शनिवार को सिविल कोर्ट परिसर में उस समय अफरा तफरी मच गई। जब फीस मांगने को लेकर वादकारियों ने अधिवक्ता इरशाद अली और उनके मुंशी रविंद्र के साथ मारपीट शुरू कर दी। शोर की आवाज सुनकर मौके पर आए अन्य अधिवक्ताओं ने बीच बचाव करते हुए आरोपितों को कचहरी कैंपस से बाहर निकाल दिया। आरोप है कि कुछ देर बाद उक्त वादकारी अपने 15-20 साथियों को लेकर कचहरी में घुस आया और अधिवक्ताओं के साथ गाली गलौज करते हुए मारपीट शुरू कर दी। इतना ही नहीं एडवोकेट फरमान को जबरन गाड़ी में डालने का प्रयास करने लगे। सूचना मिलने पर सीओ अशोक सिसोदिया और कोतवाली प्रभारी संजीव कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस को देख आरोपित अपनी कार मौके पर ही छोडक़र भागने लगे। जिनमें से दो लोगों को पुलिस ने दबोच लिया। घटना से गुस्साए वकीलों ने आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए कचहरी के सामने हाईवे पर जाम लगा दिया। पुलिस ने उचित कार्रवाई का आश्वासन देते हुए बमुश्किल जाम खुलवाया। एडवोकेट इरशाद अली ने घटना के संबंध में पुलिस को तहरीर दी है। जिसमें कहा है कि वह धर्मपुर सरावगी निवासी व्यक्ति का मुकदमा लड़ रहे है। जब उन्होंने शेष फीस मांगी तो उनके साथ मारपीट की गई। एडवोकेट इरशाद अली ने तीन नामजद समेत 15-20 अज्ञात लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

समीर चौधरी/रियाज़ अहमद

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