पहली ही बारिश में चार महीने पहले बनी दीवार जमींदोज, ठेकेदार पर घटिया सामग्री के इस्तेमाल का आरोप, कार्रवाई की मांग।

देवबंद: देवबंद में हुई पहली बरसात ने ही नगरपालिका के सफाई व्यवस्था के दावों की पोल खोलकर रख दी। वर्षा के चलते जहां निचले इलाकों में घरों व दुकानों में पानी भर गया और लोगों को परेशानी हुई। वहीं, वाल्मीकि बस्ती के समीप चार माह पहले बनाए गए नाले की दीवार भी धराशायी हो गई। लोगों ने नाला निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किए जाने का आरोप लगाते हुए ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
सोमवर सुबह करीब 4.30 बजे वर्षा शुरू हुई, जो दो घंटे तक चली। वर्षा के कारण मोहल्ला बड़जियाउलहक, मुल्तानियान, खानकाह आदि निचले मोहल्लों में लोगों के घरों व दुकानों में पानी जा घुसा। पीडि़त लोगों का कहना है कि नगरपालिका ने नालों की सफाई नहीं कराई। पानी निकासी नहीं होने से उनके घरों में पानी भरा है। इतना ही नहीं ब्लाक कार्यालय परिसर, एसडीएम कार्यालय परिसर और सीएचसी परिसर भी बरसात के चलते जलमग्न बने रहे। वहीं, वाल्मीकि बस्ती में पानी निकासी को चार महीने पहले बनाया गया नाला भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया। 
नाले की दीवार वर्षा नहीं झेल पाई और जमींदोज हो गई। जिससे पानी आबादी में घुस गया। मोहल्लेवासियों कुलदीप लहरी, विशाल कुमार, देव, रणवीर, प्रदीप, मिन्ता, धर्मा और ओमकुमार आदि ने रोष जताते हुए नाले का निर्माण करने वाले ठेकेदार को काली सूची में डाले जाने और उसके खिलाफ कार्रवाई की मांग रखी। नगरपालिका ईओ धीरेद्र कुमार राय का कहना है कि बरसात से पूर्व नालों की सफाई कराई गई थी। पालिका परिषद की तरफ से यदि नाले का निर्माण हुआ है तो जांच कर कार्रवाई की जाएगी।

समीर चौधरी/रियाज़ अहमद

Post a Comment

0 Comments

देश