देवबंद: धार्मिक नगरी देवबंद के लोगों की जेब पर डाका डाल रहे पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सबसे महंगे टोल प्लाजा पर तैनात कर्मचारियों द्वारा नगर के दो पत्रकारों के साथ अभद्रता और जान से मार देने की धमकी देने का मामला प्रकाश में आया है। घटना से नाराज स्थानीय पत्रकारों समेत कई राजनीतिक व सामाजिक दलों ने टोल प्लाजा पर धरना प्रदर्शन की चेतावनी दी है।
स्टेट हाईवे 59 पर देवबंद और मुजफ्फरनगर की सीमा पर बनाया गया टोल प्लाजा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सबसे महंगे टोल प्लाजा में शामिल है। खास बात यह है कि देवबंद की सीमा पर होने के बावजूद उक्त टोल प्लाजा पर नगर वासियों को किसी भी प्रकार की राहत नहीं दी गई है। देवबंद से भाजपा के विधायक कुंवर बृजेश सिंह को योगी सरकार 2.0 में पीडब्ल्यूडी राज्यमंत्री बनाए जाने पर नगर के लोगों को उम्मीद जगी थी कि अब शायद उन्हें इस जबरदस्ती के टोल में कुछ राहत मिल जाएगी लेकिन दो वर्ष बीत जाने के बावजूद भी ऐसा कुछ नहीं हुआ। टोल प्लाजा देवबंद सीमा से सटे हुए होने के कारण आए दिन यहां पर नगर वासियों व टोल कर्मियों के बीच झड़पे होती रहती हैं। इसी क्रम में रविवार को अखिल भारतीय पत्रकार महासंघ के अध्यक्ष प्रशांत त्यागी और वरिष्ठ पत्रकार मंदिप शर्मा के साथ भी टोल कर्मियों द्वारा मुजफ्फरनगर जाने के दौरान अभद्रता करने का मामला प्रकाश में आया है। पत्रकार प्रशांत त्यागी ने बताया कि वह अपनी कार से मुजफ्फरनगर जा रहे थे। टोल प्लाजा पर पहुंचे तो उन्होंने फास्ट टैग के जरिए टोल काट लेने की बात कही। लेकिन वहां पर मौजूद टोल कर्मियों ने बिना कुछ जाने ही उनसे अभद्रता शुरू कर दी। इतना ही नहीं विरोध करने पर शस्त्रधारी टोल कर्मियों उन्हें जान से मार देने की भी धमकी दी। पत्रकारों के साथ हुई इस घटना को लेकर नगर के पत्रकारों समेत विभिन्न सामाजिक और राजनीतिक संगठनों से जुड़े लोगों ने कड़ा रोष व्यक्त किया है। उधर, कोतवाली प्रभारी संजीव कुमार ने बताया कि घटना के सम्बंध में तहरीर मिलने पर जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
समीर चौधरी।
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