पालिका की लापरवाही के चलते खस्ताहाल हुई दारुल उलूम क्षेत्र की सडक़ें, गड्ढे में तब्दील हो चुकी सड़कों पर भरे कीचड़ से गुजरने को मजबूर लोग।

देवबंद: नगरपालिका की उदासीनता के चलते दारुल उलूम क्षेत्र में पडऩे वाले कई मार्ग बदहाल हो चुके है। लोगों की बार बार मांग के बावजूद समस्या का निदान नहीं हो पा रहा है। क्षेत्रवासियों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही खस्ताहाल मार्गों का निर्माण अथवा इन्हें दुरुस्त करने का कार्य नहीं किया गया तो नगरपालिका के खिलाफ आंदोलन छेड़ा जाएगा।

दारुल उलूम वक्फ जाने वाले दोनों तरफ के मार्ग जीर्णशीर्ण हालत में है। वहीं, कसिमपुर जाने वाला मार्ग भी ईदगाह के निकट से पूरी तरह गड्ढों में तब्दील हो चुका है। हल्की बरसात होते ही इन मार्गों पर स्थिति बद से बदतर हो जाती है। रविवार को भी हल्की बूंदाबांदी से ही उक्त सडक़ों पर कीचड़ घुल गई, जिससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। इस्लामी तालीम के दूसरे प्रसिद्ध इदारे दारुल उलूम वक्फ के अलावा कई स्कूल, कालेज और कई शादीघर उक्त सडक़ों पर होने के बावजूद भी पालिका प्रशासन का इस तरफ कोई ध्यान नहीं है। क्षेत्रवासियों के अलावा उक्त मार्गों के दुकानदारों मोहम्मद आसिम, अजीम, मुनीब, आकिल, महताब, जीशान, अकरम आदि का कहना है कि बार बार मांग के बाद भी उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। लोगों ने चेताया कि अब उन्हें नगरपालिका के खिलाफ आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ेगा। पालिका ईओ धीरेंद्र राय का कहना है कि जल्द ही समस्या का निदान कराया जाएगा।
सभासद ने लगाया था भेदभाव का आरोप
सभासद हैदर अली ने कुछ दिन पहले ही नगरपालिका को पत्र लिखकर कुछ बिंदुओं पर आरटीआई के तहत जानकारी मांगी थी। साथ ही मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में विकास कार्यों में भेदभाव बरतने का आरोप लगाया था। सभासद का कहना था कि नगर के एक हिस्से में विकास कार्य हो रहे है जबकि दारुल उलूम क्षेत्र की उपेक्षा की जा रही है।

समीर चौधरी।

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