अदालत के फैसले के बाद ज्ञानवापी मस्जिद में रातों-रात पूजा आरंभ कराने पर मोहतमिम दारुल उलूम देवबंद ने जताया अफसोस, मुसलमान से शांति और खामोशी बरतने व दुआ करने की अपील।

देवबंद: ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर बनारस जिला अदालत के फैसले पर इस्लामी शिक्षा के प्रमुख केंद्र दारुल उलूम देवबंद के मोहतमिम मौलाना मुफ्ती अबुल कासिम नोमानी ने अफसोस जताते हुए प्रशासन द्वारा रातों-रात मस्जिद के तहखाना में मूर्तियां रखकर पूजा पाठ आरंभ कराने को मुसलामानों के लिए दुखद बताया। उन्होंने कहा कि मस्जिद के तहखाना में प्रशासन द्वारा मूर्तियां रखवाने की जल्दबाजी समझ से परे है। जबकि इसके लिए कोर्ट से एक सप्ताह का समय दिया गया था।
शुक्रवार को दारुल उलूम के मोहतमिम मौलाना मुफ्ती अबुल कासिम नोमानी ने चिंता जताते हुए कहा कि जिला अदालत ने आठ दिन का समय दिया था। लेकिन प्रशासन ने दूसरे पक्ष को बिना वक्त दिए रात्रि में ही मस्जिद के तहखाने में मूर्तियां रखवा पूजा प्रारंभ करा दी। प्रशासन की यह जल्दबाजी समझ से परे है। जबकि अदालत के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील भी की जा रही थी। 
वहीं, शुक्रवार को जुमा की नमाज के बाद मस्जिदों में ज्ञानवापी मस्जिद की सुरक्षा के लिए विशेष दुआ की गईं। दारुल उलूम के मोहतमिम मौलाना मुफ्ती अबुल कासिम नोमानी ने बृहस्पतिवार को ज्ञानवापी मस्जिद के लिए देशभर के लोगों से एक ऑडियो द्वारा दुआ की अपील की थी। इसके साथ ही उन्होंने यह आह्वान भी किया था कि इसको लेकर किसी भी तरह का प्रदर्शन या काली पट्टी बांधकर विरोध न करें। बल्कि शांतिपूर्वक जुमा की नमाज के बाद अल्लाह की बारगाह में हाथ उठाकर दुआएं मांगे।
विश्व प्रसिद्ध देवबंद दारुल उलूम के मोहतमिम (चांसलर ) मौलाना मुफ्ती अबुल कासिम नोमानी ने कहा है कि इस वक्त हमारे दिलों दिमाग पर बनारस में ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर जो हादसा पेश आया है उसका इतना असर है कि कोई दूसरी बात सोचने का मौका ही नही है।
अदालत ने ज्ञानवापी मस्जिद के तहखाना में पूजा की इजाजत देते हुए वहां एक सप्ताह के अंदर आवागमन का फैसला दिया था लेकिन काशी प्रशासन द्वारा इतनी जल्दबाजी से काम लिया गया कि सारी रुकावटें हटाकर गटर काटकर वहां मूर्ति रख दी गई और पूजा पाठ शुरू कर दिया गया।
उन्होंने कहा कि इसकी वजह से बनारस के खास तौर से और पूरे मुल्क के मुसलमान दुख व गम में है। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के अंदर केस दाखिल किया जा रहा है लेकिन अदालत का फैसला क्या होगा यह अभी कहा नहीं जा सकता। उन्होंने अपील की है कि खामोशी शांति के साथ पूरे मुल्क के मुसलमान दुआ का खास एहतमाम करें


एसपी देहात सहित अधिकारी दारुल उलूम क्षेत्र में रहे मौजूद
देवबंद: ज्ञानवापी मस्जिद की सुरक्षा को लेकर दारुल उलूम की अपील के बाद एशिया की प्रसिद्ध मस्जिद रशीदिया में बड़ी संख्या में लोग जुमा की नमाज अदा करने पहुंचे। इस दौरान लोगों ने अल्लाह की बारगाह में हाथ उठाकर दुआए मांगी और शांतिपूर्वक अपने घरों को चले गए। सुरक्षा की दृष्टि से एसपी देहात सागर जैन, एसडीएम अंकुर वर्मा और सीओ अशोक सिसोदिया पुलिस फोर्स के साथ दारुल उलूम क्षेत्र में मौजूद रहे। इसके अलावा नगर की विभिन्न मस्जिदों और मुख्य चौक चौराहों पर भी सुरक्षा के मद्देजनर पुलिस बल तैनात किया गया था। खुफिया एजेंसियां भी सक्रिय रहीं।

समीर चौधरी।

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