देवबंद में दम तोड़ रहा है पीएम का स्वच्छता और सीएम का गड्ढा मुक्त सड़कों का अभियान, मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में सफाई का बुरा हाल, सभासदों की भी नहीं हो रही पालिका में सुनवाई।

देवबंद: केंद्र और प्रदेश सरकार के साफ सफाई और  गड्ढ़ा मुक्त सड़कों के दावे नगर में हवाई साबित हो रहे हैं। यहां जगह-जगह गंदगी का सामाज्रय कायम है। सड़कें भी टूटी पड़ी हैं। लेकिन पालिका के अधिकारी आंखूें मूंदे बैठे हैं।

एक तरफ लोग तरह तरह की बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। इसको लेकर साफ सफाई को लेकर आह्वान किए जा रहे हैं। नगर पालिका परिषद भी कीटनाशक का छिड़काव और फोगिंग कराने का दिखावा कर रही है। वहीं, दूसरी तरफ नगर में सफाई व्यवस्था का बुरा हाल है। विशेषकर मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में साफ सफाई न के बराबर है। आलम यह है कि पालिका सभासद स्वयं यह आरोप लगा रहे हैं कि पालिका में किसी भी स्तर पर उनकी सुनवाई ही नहीं हो रही है। 
वार्ड 14 मोहल्ला नेचलगढ़ की सभासद रिहाना पत्नी शराफत मलिक का आरोप है कि वार्ड में सफाई व्यवस्था का बुरा हाल है। जिस कारण यहां जगह जगह गंदगी के ढ़ेर लगे हुए हैं। उनकी शिकायत को पालिका अधिकारी गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। सभासद ने बताया कि इस संबंध में उन्होंने पालिकाध्यक्ष विपिन गर्ग को पत्र भी सौंपा था। जिसमें सफाई नायक को बदलने की मांग की गई है। उधर, पालिका की लापरवाही के कारण मोहल्ला खानकाह सहित कई इलाकों की सड़कें टूटी पड़ी हैं। जिनमें बने गहरे गड्ढ़े हादसों का सबब बन रहे हैं। लेकिन अधिकारी इस और से आंखें मूंदे हुए हैं। वहीं, वार्ड नम्बर 13 के लोगों ने पूरी तरह गडढों में बदल चुकी, कासिमपुरा और दारुल उलूम वक्फ की ओर जाने वाली मुख्य सडक़ का निर्माण कराए जाने की मांग क है। 

हालांकि इस संबंध में पालिकाध्यक्ष से फोन पर बात करने का प्रयास किया गया तो उनसे सम्पर्क नहीं हो पाया। वहीं ईओ धीरेंद्र राय का कहना है कहां दिक्कत है यह जांच कराई जाएगी।
कूड़ा वाहन हो रहे धक्का मार।
नगर में सफाई व्यवस्था का ही नहीं बल्कि पालिका के कूड़े वाहनों का भी हाल बुरा है। यह धक्का मारकर स्टार्ट होते हैं या फिर इन्हें ट्रेक्टर से खींचवाना पड़ता है। तब जाकर इनसे कूड़ा उठाया जाता है। बुधवार को ऐसा ही नजारा मोहल्ला नेचलगढ़ में देखने को मिला। कूड़ा वाहन बंद हो गया तो पालिकाकर्मी धक्का देकर स्टार्ट करने की कोशिश करते रहे। कामयाबी नहीं मिली तो उन्हें ट्रेक्टर से वाहन को स्टार्ट कराना पड़ा।

समीर चौधरी/रियाज़ अहमद।

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