इस्लामिया ग्रुप ऑफ कॉलेज में गांधी जयंती को अहिंसा दिवस के रूप में मनाया, कॉलेज परिसर में छात्र-छात्राओं ने चलाया सफाई अभियान।

देवबंद: इस्लामिया ग्रुप ऑफ कॉलेज देवबन्द में सोमवार 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के अवसर पर अन्तर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस मनाने के लिए कॉलेज के ऑडिटोरियम में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। 

अहिंसा के प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से हर साल दुनिया भर में महात्मा गांधी के जन्म दिवस को अन्तर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस मनाया जाता है। अहिंसा का नाम आते ही सबसे पहले भारत और महात्मा गांधी की छवि दिमाग में आती है। महात्मा गांधी ने एक लाठी के दम पर अंग्रेजों को भारत छोड़ने पर मजबूर कर दिया था पर यह लाठी अंग्रेजों को चोट पहुंचाने के लिए नहीं थी बल्कि अहिंसा के मार्ग पर बिना डगमगाए चलने के लिए थी। 

कार्यक्रम के दौरान विधि विभाग से डा. बुशरा शफीक ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 15 जून 2007 में अन्तर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस मनाने की घोषणा की। महासभा के सभी सदस्यों ने 2 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में स्वीकार किया, अहिंसा दिवस को 2 अक्टूबर मनाने की वजह महात्मा गांधी है। गांधी जी की याद में उनके जन्मदिन को अहिंसा दिवस के तौर पर बनाने का फैसला लिया गया। अहिंसात्मक व्यवहार के कारण वैश्विक तौर पर गांधी जी को सम्मान मिला और इसी सम्मान को व्यक्त करने के लिए 2 अक्टूबर को विश्व अहिंसा दिवस के रूप में मनाया जाने लगा।

इस अवसर पर कॉलेज कैंपस में छात्र-छात्राओं द्वारा स्वच्छता अभियान चलाया गया जिसमें छात्र/छात्राओं ने कैंपस को साफ किया। इस अवसर पर छात्र/छात्राओं में विकल, कु. आँचल, राधा, आयशा मारूफ, पूजा त्यागी, आयशा, अलीशा, रमशा, दक्ष, अलतमश, सालिम, राहुल कुमार, आदर्श कुमार, अब्दुल मालिक, अरशी, नन्दनी आदि एवं प्राध्यापकगणों में डा. रहमत, डा. फखरुद्दीन, सुश्री खालिदा फातिमा, मुजम्मिल कमर, डा. मौ. अखलाक, राहुल देव त्यागी, डा. अनवर पाशा, प्रवीण यादव, नदीम अहमद, तरुण कुमार, डा. नर्गिस सलीम, डा. धरेन्द्र कुमार, डा. निशी दूबे, शाकिर अली आदि उपस्थित रहे।

समीर चौधरी/ महताब आज़ाद।

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