दिल्ली के पूर्व उपराज्यपाल नजीब जंग पहुंचे दारुल उलूम, मोहतमिम, नायब मोहतमिम व जमीयत अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी से की मुलाकात।

देवबंद: जामिया मिल्लिया इस्लामिया के पूर्व कुलपति व दिल्ली के पूर्व राज्यपाल नजीब जंग सोमवार को इस्लामिक शिक्षण संस्था दारुल उलूम पहुंचे। यहां उन्होंने संस्था के मोहतमिम सहित जमीयत उलमा-ए-हिंद के जिम्मेदारों से मुलाकात की।
सोमवार की देर शाम पूर्व राज्यपाल नजीब जंग, आयुष्मान भारत के पूर्व सीईओ इंदु भूषण और प्रोफेसर रजतनाग के साथ दीनी तालीम के प्रमुख केंद्र दारुल उलूम पहुंचे। यहां उन्होंने संस्था के मेहमानखाने में मोहतमिम मुफ्ती अबुल कासिम नोमानी, नायब मोहतमिम मौलाना अब्दुल खालिक मद्रासी व जमीयत उलमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी से मुलाकात की।
इस दौरान उलमा ने उनका गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। मौलाना अबुल कासिम नोमानी ने मेहमानों को संस्था में दी जाने वाली शिक्षा, यहां के रहन सहन और पाठ्यक्रम के बारे में जानकारी दी। बताया कि देश के कोने कोने से आने वाले छात्रों को शिक्षा ग्रहण कराने के साथ ही खानपान और मेडिकल समेत अन्य सुविधाएं मुफ्त में मुहैया कराई जाती हैं। मौलाना अरशद मदनी ने प्रतिनिधिमंडल को बताया कि मुल्क की आजादी की तारीख दारुल उलूम और देवबंद के बिना अधूरी है। दारुल उलूम स्थापना के समय से अपने उद्देश्य पर आज भी कायम है। पूर्व राज्यपाल नजीब जंग ने कहा कि उनकी बहुत पहले से देवबंद आने की इच्छा थी, जो आज पूरी हुई है। जितना संस्था के बारे में सुना था यह उससे कहीं ज्यादा है। मुलाकात के उपरांत उन्होंने लाइब्रेरी का भ्रमण किया और वहां रखी ऐतिहासिक पुस्तकों के बारे में जानकारी हासिल की। इसमें मुफ्ती राशिद आजमी, मुफ्ती रिहान, मुफ्ती मोहम्मदुल्लाह, मेहमानखाना प्रभारी मौलाना मुकीमुद्दीन आदि मौजूद रहे।

समीर चौधरी।

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