जीवन जीने की कला है योग: बिजेन्द्र गुप्ता।

देवबंद:अंतराष्टीय योग दिवस से पूर्व साथियो सहित योग अभ्यास करते हुए योग साधक बिजेन्द्र गुप्ता ने कहा कि योग जीवन जीने की कला है। बिना योग के जीवन का कोई महत्व नही है। 
उन्होंने कहा कि भौतिकतावाद की आज की भागदौड भरी जिन्दगी में मानव अवसाद भरी, चिंतामय जिन्दगी जी रहा है। जिससे अनेको असाध्य रोगो से पिडित हो रहा है। इससे बचने के लिये प्रतिदिन योग करना अति आवश्यक है। नित्य योग करने से जंहा हमारा शरीर स्वस्थ रहता है वही मानसिक शांति मिलती है तथा मस्तिक का विकास होता है। योग हमारे ऋषि मुनियो द्वारा प्रदान की गई बहुमूल्य धरोहर है जिसको आज विश्व के अनेको देश प्राथमिकता देकर योग को अपना रहे है।

समीर चौधरी/रियाज़ अहमद।

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