सहारनपुर: (शिब्ली रामपुरी) लोकसभा चुनाव से पहले निकाय चुनाव में ही समाजवादी पार्टी और रालोद के बीच दरार पड़ती दिखाई दे रही है क्योंकि जिस तरह से निकाय चुनाव में कई जगहों पर इन्होंने अपने अपने प्रत्याशी अलग-अलग उतारे हैं या फिर किसी ने किसी प्रत्याशी का समर्थन किया है तो इससे साफ है कि दोनों दलों के बीच अब विधानसभा चुनाव 2022 जैसी मजबूत स्थिति नहीं रह गई है और कहीं ना कहीं दोनों राजनीतिक दलों के रिश्तो में दूरियां बढ़ती दिखाई दे रही हैं।
रामपुर मनिहारान सीट की बात करें तो यहां पर समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोक दल ने पहले एक प्रत्याशी को चुनावी मैदान में उतारा था लेकिन अब राष्ट्रीय लोकदल के जिला अध्यक्ष राव केसर सलीम आजाद समाज पार्टी के प्रत्याशी के हक में खड़े दिखाई दे रहे हैं और इस बारे में आजाद समाज पार्टी की प्रत्याशी ललिता गौतम के पति डॉ रोहित राज गौतम का कहना है कि रालोद का सपा से नहीं बल्कि रामपुर मनिहारान में जो गठबंधन हुआ है वह आजाद समाज पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल का हुआ है. डॉक्टर रोहित राज गौतम ने दावा किया कि राष्ट्रीय लोकदल हमारे साथ है और अब हम पूरी मजबूती के साथ चुनावी मैदान में कामयाबी हासिल करने जा रहे हैं।
काबिले ग़ौर बात यह भी है कि सिर्फ रामपुर मनिहारान नगर पंचायत अध्यक्ष पद सीट पर ही सपा रालोद गठबंधन में गुटबाजी या कहे दूरी नजर नहीं आई बल्कि उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव में कई और सीटों पर भी ऐसा होता दिखाई दे रहा है. जिससे यह चर्चा जोर पकड़ रही है कि लोकसभा चुनाव 2024 से पहले ही सपा और रालोद के गठबंधन में दरार पड़ चुकी है।
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