रामपुर मनिहारान: (शिब्ली रामपुरी) कहते हैं इश्क और जंग में सब जायज है लेकिन सियासत में भी शायद सब कुछ चलता है ऐसा ही कुछ नजारा उस वक्त देखने को मिला जब रामपुर मनिहारान के एक वार्ड में सभासद का चुनाव लड़ रहे एक प्रत्याशी अपने किसी रिश्तेदार के यहां वोट मांगने पहुंचे. उन्होंने जाकर वहां कहा कि वोट मुझे ही देना तो मतदाता बोले कि जी हम आपके साथ हैं यहां तक तो सही था फिर वह कहने लगे देखिए हम आपके रिश्तेदार हैं यह भी मत भूलना इस बात पर शायद मतदाता को कुछ बात बुरी लग गई तब उन्होंने तपाक से प्रत्याशी को करारा जवाब देते हुए कहा जी हमें याद है हम आपके चुनावी रिश्तेदार हैं।
उन मतदाता का स्पष्ट रूप से प्रत्याशी को यह समझाना मकसद था कि चुनाव के समय तो आपको रिश्तेदारी याद आ रही है और अब आप हमारे पास आ रहे हैं लेकिन जब चुनाव नहीं था तब तो कभी आपने आकर दुआ सलाम तक नहीं की और अब आप रिश्तेदारी के सहारे सभासद बनने चले हैं. अब क्योंकि चुनावी माहौल है एक-एक वोट कीमती है तो ऐसे में वह प्रत्याशी वहां से मुंह लटकाए वापस चल दिए।
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