मुंबई:(शिब्ली रामपुरी) शिवसेना के मुखपत्र सामना ने वर्तमान समय में मीडिया की कार्यशैली पर जबरदस्त तंज़ कसते हुए संपादकीय लिखा है कि आज मीडिया जो कुछ दिखाता है वह सब दिल्ली में बैठी सरकार तय करती है।
शेर ने मिट्टी खाई शीर्षक से सामना में प्रकाशित संपादकीय में लिखा गया है कि आज जिस तरीके की पत्रकारिता हो रही है ऐसी कभी नहीं हुई. जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने जो कुछ कहा मीडिया ने उसे नजरअंदाज कर दिया और कहा कि वह सबूत दिखाएं तब हम उस पर बात करेंगे. सामना में जबरदस्त तरीके का मीडिया पर कटाक्ष करते हुए कहा गया है कि मीडिया को जिस तरह की भूमिका निभानी चाहिए वह वैसी भूमिका निभाने में नाकामयाब रहा है अपनी जिम्मेदारी का मीडिया को अब भान नहीं आ रहा।
आज के दौर की पत्रकारिता की परिभाषा बदल गई है बिर्टिशो की शरण में न जाने वाली पत्रकारिता का आज कोई वारिस नहीं बचा है।
शिवसेना (बाला साहब ठाकरे गुट) ने अपने मुखपत्र में लिखा है कि कभी हिटलर से डरने वाले पत्रकार नहीं थे और पुतिन से भी सवाल पूछे जाते हैं अमेरिका और यूरोप में मीडिया की स्वतंत्रता सशक्त है।
हमारे ही देश में मीडिया का शेर गूंगा हो गया है और उसके पंजों के नाखून नोच कर फेंक दिए गए हैं अपने मालिकों के सामने खड़े होकर अपनी पूंछ हिलाते हुए शेर की छवि दर्दनाक है. सामना ने लिखा है कि पूर्व गवर्नर सत्यपाल मलिक का बयान मीडिया द्वारा नजरअंदाज करने वाला नहीं है लेकिन मीडिया ने इसे जानबूझकर के नजरअंदाज कर दिया।
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