देवबंद: माह-ए-रमजान के 20 रोजे पूरे होने पर नगर की मस्जिदों में दोपहर बाद से ही एतेकाफ करने वाले लोग मस्जिदों में पहुंचने शुरू हो गए थे। अब यह लोग ईद का चांद दिखाई देने के बाद ही मस्जिदों से बाहर आएंगे। बुधवार की शाम असर की नमाज के बाद से ऐतेकाफ आरंभ हो गया।
बुधवार को ऐतेकाफ आरंभ होने से नगर की प्रमुख मस्जिदों सहित गली मोहल्लों की मस्जिदों में भी एतेकाफ आरंभ हो गया है। हालांकि रशीदिया मस्जिद जमीयत उलेमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी अपने अनुयाइयों के साथ ऐतेकाफ के लिए बैठे वहीं दारुल उलूम की छत्ता मस्जिद मस्जिद में प्रमुख धर्म गुरु और जमीयत अध्यक्ष एवं दारूल उलूम देवबंद के सदर उल मुदर्रिसीन मौलाना अरशद मदनी के अनुयाइयों ने ऐतेकाफ आरंभ किया। दोनों मस्जिदों में दूर दराज से आए लोग भी ऐतेकाफ के लिए पहुंचे। वहीं इस बार दारूल उलूम वक्फ देवबंद की अतीबूल मस्जिद में मोहतमिम मौलाना मोहम्मद सुफियान कासमी भी ऐतेकाफ में बैठे हैं।नगर की प्रमुख जामा मस्जिद में भी क्षेत्रवासियों के साथ बाहर से आए लोगों भी ऐतेकाफ में बैठे। इसके अलावा नगर की सभी मस्जिदों में कोई ना कोई नमाजी ऐतेकाफ लिए बैठा हुआ है।
बता दें कि दारुल उलूम देवबंद के मोहतमिम मौलाना मुफ्ती अबुल कासिम नोमानी रमजान में अपने वतन बनारस में रहते हैं और वहीं इबादत व ऐतेकाफ करते हैं।
समीर चौधरी।
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