देवबंद: भारतीय किसान यूनियन तोमर गुट ने बारिश के चलते क्षेतिग्रस्त हुई गेहूं और सरसो की फसलों का उचित मुआवजा दिए जाने की मांग की। साथ ही विभिन्न समस्याओं के निदान के साथ-साथ गन्ने का मूल्य 450 रुपये किए जाने को लेकर एसडीएम को ज्ञापन भी दिया गया।
भाकियू तोमर ने सोमवार को दिए ज्ञापन में देवबंद-भायला फाटक से चंदेना एवं खंड़जा मार्ग के चौराहे से लेकर कासिमपुरा फाटक तक पालिका द्वारा शहर का एकत्र कूड़ा डाले जाने पर भी रोष व्यक्त किया। कहा कि एकत्र गंदगी से क्षेत्र के चारों तरफ दुर्गंध फैली रहती है। जिससे संक्रामक रोग फैल सकते हैं। इसलिए इस समस्या का समाधान होना आवश्यक है। ज्ञापन में क्षेत्र के अनेकों ग्रामीण क्षेत्रों में रास्तों पर कुरडी डालकर किए गए अतिक्रमण को भी हटाए जाने की मांग की गई। साथ ही ज्ञापन में भायला फाटक के पास कब्रिस्तान स्थित सरकारी बोरिंग को पुन: रिबोर करा चालू कराए जाने की मांग की गई।
वहीं प्राइवेट स्कूलों में बढ़ती फीस पर अंकूश लगाए जाने की भी मांग ज्ञापन में की गई। कहा कि बढ़ाई जा रही फीस के चलते बहुत से अभिभावक अपने बच्चों को स्कूलों से हटाने को मजबूर हो रहे हैं। ज्ञापन में पिछले पांच वर्षो में पेट्रौल-डीजल की तो किमतें बढ़ कर बहुत अधिक हो गई हैं इसलिए अब गन्ने का भाव 450 रुपये प्रतिकुंतल किए जाने की मांग की। ज्ञापन में गोपाली से राजूपुर को होते हुए दुगचाड़ी तक बनाए जा रहे मार्ग के निर्माण कार्य में तेजी लाए जाने की मांग भी की गई।
किसानों ने हाजी अब्बास के नेतृत्व में ज्ञापन दिया। इस दौरान डा. पंजाब सिंह, खलील प्रधान, इलयास, फरमान अली, आजाद सिंह, हुसैन अहमद, अथर नकवी, डा. रमीज, तमरेज, महक सिंह, अहतेशाम और आजम गौड आदि मौजूद रहे।
समीर चौधरी/रियाज़ अहमद।
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