पहले इस्लाम को पढ़िए फिर कुछ बोलिए बाबा रामदेव, योग गुरु द्वारा इस्लाम पर दिए विवादित बयान पर उलेमा के साथ मुस्लिम नेताओं में भी नाराजगी।

(शिब्ली रामपुरी)
योग गुरु बाबा रामदेव द्वारा मजहबे इस्लाम पर विवादित बयान देने के बाद से जहां उलेमा ने गहरी नाराजगी जताई है वहीं मुस्लिम नेताओं ने भी बाबा रामदेव के इस बयान को ओछी हरकत बताया है. भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने भी बाबा रामदेव के बयान पर गहरी नाराजगी जताते हुए कहा कि उनका काम सिर्फ योगा सिखाना है इससे आगे उनको कुछ नहीं करना चाहिए।
 समाजवादी पार्टी के सांसद शफीक उर रहमान बर्क ने बाबा रामदेव के बयान को पूरी तरह से गैर जिम्मेदाराना बयान बताया. उन्होंने कहा कि इस तरीके का बयान नहीं दिया जाना चाहिए.सांसद शफीक उर रहमान बर्क़ ने कहा कि बाबा रामदेव को कुछ भी ज्ञान नहीं है उनको नहीं मालूम कि इस्लाम की शिक्षा क्या है इस्लाम की शिक्षा तो यह है कि यदि पड़ोसी भी भूखा सो जाए तो कल को ख़ुदा के सामने मुसलमान को इसका जवाब देना पड़ेगा कि तुमने अपने पड़ोसी की मदद क्यों नहीं की थी. इस्लाम अमन और भाईचारे का पैगाम देता है। बरेलवी उलेमा मौलाना शहाबुद्दीन ने भी बाबा रामदेव के बयान पर गहरा रोष व्यक्त किया।
बरेली की दरगाह आला हजरत से जुड़े संगठन ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने योग गुरु बाबा रामदेव के बयानों पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। मौलाना ने कहा कि बाबा रामदेव पहले इस्लाम का अध्ययन करें, उसके बाद फिर इस्लाम पर उंगली उठाएं। जिन लोगों ने इस्लाम नहीं पढ़ा है उनको इस्लाम के बारे में बोलने का अधिकार नहीं है। बगैर पढ़े जाने किसी के बारे में बोलना गलत रास्ते पर जाना है।
काबिले गौर है कि योग गुरु बाबा रामदेव ने राजस्थान में एक कार्यक्रम के दौरान इस्लाम और मुसलमानों पर विवादित बयान दिया था।

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