देवबंद: स्वामी यशवीरजी महाराज द्वारा जमीयत उलमा ए हिंद के प्रमुख मौलाना अरशद मदनी से शास्त्रार्थ को लेकर देवबंद पहुंचने के ऐलान के चलते मंगलवार को नगर में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा, वहीं आला अधिकारियों ने भी हालात पर नजर बनाए रखी हालांकि स्वामी को उनके समर्थकों के साथ मुजफ्फरनगर में ही रोक लिया और उन्हें जनपद सहारनपुर की सीमा तक भी नहीं आने दिया गया।
12 फरवरी को दिल्ली के रामलीला मैदान में आयोजित कार्यक्रम में जमीयत उलेमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरशद मदनी ने बयान से नाराज मुजफ्फरनगर के स्वामी यशवीर महाराज ने सनातन धर्म से जुड़े लोगों के साथ मौलाना अरशद मदनी से शास्त्रार्थ के लिए देवबंद कूच करने का ऐलान था, वह अपने समर्थकों के साथ मुजफ्फरनगर से देवबंद के लिए कूच कर चुके थे लेकिन रुड़की रोड स्थित एक बैंकट हॉल के निकट मुजफ्फरनगर पुलिस ने उन्हें रोक लिया, हालांकि उनके आगमन के चलते दारुल उलूम देवबंद के आसपास, स्टेट हाईवे और नगर के प्रमुख चौक चौराहों पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।
देवबंद में स्टेट हाईवे, सरकारी गेस्ट हाउस के साथ-साथ खानकाह पुलिस चौकी, दारुल उलूम देवबंद और मस्जिद रशीद सहित सभी प्रमुख चौराहों पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था।
बता दें कि मुजफ्फरनगर जनपद में स्थित योग साधना यशवीर आश्रम के ब्रह्मचारी स्वामी यशवीरजी महाराज ने रविवार को एक प्रेस वार्ता को संबोधित किया था, उन्होंने सनातन धर्म से जुड़े लोगों से आग्रह किया की वह 28 फरवरी को देवबंद दारुल उलूम के लिए शांतिपूर्वक प्रस्थान करें।
यशवीरजी महाराज ने कहा था कि मौलाना अरशद मदनी ने पिछले दिनों दिल्ली के रामलीला मैदान से भाषण देकर सनातन धर्म को ठेस पहुंचाने का काम किया है, इसलिए अरशद मदनी से शास्त्रार्थ करने के लिए 28 फरवरी को नगर के महावीर चौक स्थित राजकीय इंटर कॉलेज से सभी हिंदू समाज के लोग इकट्ठा होकर दारुल उलूम देवबंद के लिए प्रस्थान करेंगे, जिसके बाद शांतिपूर्वक तरीके से देवबंद पहुंचकर कई बिंदुओं पर अरशद मदनी से शास्त्रार्थ करने के बाद सभी सनातन धर्म के लोग देवबंद से शांतिपूर्वक मुजफ्फरनगर पहुंचने का काम करेंगे।
यशवीर महाराज के देवबंद आगमन के चलते मुजफ्फरनगर और सहारनपुर दोनों जनपदों की पुलिस दिन भर काफी अलर्ट रही और उन्हें मुजफ्फरनगर से देवबंद प्रस्थान नहीं करने दिया गया। वहीं स्वामी यशवीर महाराज के समर्थक भी देवबंद में उनका सुबह से ही इंतजार करते रहे।
समीर चौधरी/रियाज़ अहमद।
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