देवबंद: नगर के मौहल्ला कोहला स्थित दारूल उलूम रशीदिया में सालाना समारोह का आयोजन कर कुरआन करीम हिफ्ज (कंठस्थ) करने वाले दस बच्चों की दस्तारबंदी की गई।
मदरसा प्रांगण में आयोजित हुए कार्यक्रम में उलमा ने दस छात्रों की दस्तारबंदी करते हुए प्रमाणपत्र दिए। इस अवसर पर दारूल उलूम देवबंद के उस्ताज मौलाना सलमान बिजनौरी ने कहा कि कुरआन करीम अल्लाह का कलाम है। इसे अपने सीने में महफूज करने वाले बच्चे बेहद खुशनसीब हैं। उन्होंने सभी मुसलमानों से अपने बच्चों को कुरआन की तालीम अवश्य दिलाने का आह्वान किया।
दारूल उलूम देवबंद के शूरा सदस्य मौलाना आकिल कासमी ने कहा कि इस्लाम मजहब दूसरों की मदद करने और सभी के साथ अच्छा सलूक करने की तालीम देता है। हमें इस्लाम को अपने जीवन में अपनाकर दूसरों को इसका संदेश देना चाहिए।
मदरसे के संचालक मौलाना मसरूर कासमी ने सभी महमानों का आभार जताया और मदरसे की सालाना रिर्पोट पेश की।
समारोह का समापन देश व दुनिया में सुख समृद्धि की दुआ पर हुआ। इस दौरान ऑल इंडिया मिल्ली काउंसिल के जिलाधक्ष मौलाना अब्दुल मालिक मुगैसी, मौलाना नफीस, मौलाना आबिद, हाजी महबूब, हाजी अय्यूब, चौधरी शमीम ठेकेदार, मो. मसरूर, अब्दुल रहमान, फरमान अली, कौसर, राव कुरबान आदि मौजूद रहे।
समीर चौधरी।
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