सिद्धपीठ शिरोमणि संत गुरु रविदास योग आश्रम में आयोजित सत्संग में योगी जी महाराज का संत गुरु के बताए मार्ग पर चलने का आह्वान।

देवबंद: सिद्धपीठ शिरोमणि संत गुरु रविदास योग आश्रम में आयोजित सत्संग में गुरु जी के बताए रास्ते पर चलने का आह्वान किया गया। इस दौरान योगी जी महाराज ने कहा कि हम सांसारिक बर्तनों को साफ करने में लगे हैं, लेकिन मन साफ नहीं करते, मन लालच और द्वेष से भरा रहता है। अंधविश्वास के चक्कर में फंसे रहते हैं, ढोंग आडंबर के पीछे भागते हैं, लेकिन सच्चे ज्ञान को प्राप्त नहीं करते हैं।
रविवार को सैनपुर स्थित आश्रम में हुए कार्यक्रम में योगी जी महाराज ने कहा कि सच्चा ज्ञान गुरु रविदास महाराज का था। यदि गुरु का ज्ञान प्राप्त करना है या उनकी पूजा करनी है तो हमें नशे से अपने बच्चों और खुद को दूर रखना होगा। साथ ही मांस, बीड़ी और सिगरेट आदि को भी त्यागना होगा। क्योंकि जहां नशाखोरी होगी वहां गुरु का ज्ञान नहीं होगा। कहा है कि गुरु रविदास जी ने कहा था कि मन चंगा तो कठौती में गंगा है तो फिर हम क्यों अन्य देवी-देवताओं पर भटकते फिरते हैं। उन्होंने जीवित नारी को देवी और जीवित आदमी को देवता कह कर ऊंचा स्थान दिया है। क्योंकि जीवित मनुष्य सब कुछ कर सकता है। लेकिन मरने के बाद कोई कुछ नहीं कर सकता है, इसके लिए हमें बहुत विश्वास की जरूरत है। इसमें आचार्य जसवीर दास, सेवाराम, श्याम कुमार, फीमू दास, दयाराम, विश्वास, नाहर सिंह, अमित, विजयपाल, नरेंद्र कुमार, हरपाल, भंवर सिंह, शिक्षा देवी, लोकेश, अनारकली आदि मौजूद रहे। 

समीर चौधरी/महताब आज़ाद।

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