देवबंद: गुरुद्वारा श्री गुरु नानक सभा में गुरु गोबिंद सिंह जी महाराज के साहिबजादों बाबा अजीत सिंह जी, बाबा जुझार सिंह जी, बाबा जोरावर सिंह जी, बाबा फतेह सिंह जी, माता गुजर कौर जी व मैं अनेकों सिखों का शहीदी पर्व श्रद्धा व उत्साह से मनाया गया।
संगत को संबोधित करते हुए रोपड़ से आए कथावाचक भाई उपकार सिंह ने कहा कि साहिबजादों की शहादत का इतिहास पूरी दुनिया के लिए एक मिसाल है। जिसमें एक पिता ने अपने पुत्रों को स्वयं जंग के मैदान में शहीद होने के लिए भेजा। साहिब जादों ने देश धर्म व मानवता की रक्षा के लिए अपनी कुर्बानी दी। बड़े साहेबजादे बाबा अजीत सिंह जी(18) व बाबा जुझार सिंह जी(14) चमकौर की जंग में दुश्मनों से लड़ते हुए शहीद हुए जबकि छोटे साहबजादे बाबा जोरावर सिंह जी(9) वह बाबा फतेह सिंह जी (7)को सरहिंद के नवाब वजीर खान ने जिंदा दीवार में चिनवा कर व सर कलम कर शहीद किया।
इस दौरान मनिंदर सिंह देहरादून ने गुरुवाणी गायन कर संगत को निहाल किया। संचालन गुरजोत सिंह सेठी ने किया। इस दौरान बाबा रणजीत सिंह पटियाली हरजीत सिंह, श्याम लाल भारती, सचिन छाबड़ा, बलदीप सिंह, हरविंदर सिंह बेदी, जसवंत सिंह, मनजोत सिंह, अमृत सिंह, सुखजिंदर सिंह आदि मौजूद थे।
समीर चौधरी/महताब आज़ाद।
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