मौलाना नसीम अख्तर शाह कैसर के इंतकाल पर संवेदना व्यक्त करने देवबंद पहुंचे मशहूर इस्लामिक स्कॉलर मौलाना सैयद सलमान हुसैनी नदवी।

मौलाना नसीम अख्तर शाह कैसर के इंतकाल पर संवेदना व्यक्त करने देवबंद पहुंचे मशहूर इस्लामिक स्कॉलर मौलाना सैयद सलमान हुसैनी नदवी।
देवबंद: प्रसिद्ध आलिम ए दीन और उर्दू अदब के विद्वान मौलाना नसीम अख्तर शाह कैसर के इंतकाल बाद सोमवार को देवबंद पहुंचे देश के मशहूर इस्लामिक स्कॉलर मौलाना सैयद सलमान हुसैनी नदवी ने परिजनों से मुलाकात करके मौलाना नसीम अख्तर शाह कैसर के इंतकाल को इस्लामिक जगत और उर्दू अदब की बड़ी क्षति बताया।

मौलाना सैयद सलमान नदवी पहले मजारे अनवरी पहुंचे और वहां मौलाना नसीम अख्तर कैसर की कब्र पर फातिहा पढ़ी उसके बाद वह मदरसा जामिया इमाम मोहम्मद अनवर शाह में पहुंचे जहां उन्होंने मौलाना के बेटों और उलेमा से मुलाकात की और अनवरी परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की।
उन्होंने मरहूम मौलाना नसीम अख्तर शाह कैसर के बड़े बेटे मौलाना उबैद अनवर शाह कैसर से इजहार ए ताज़यत के दौरान मौलाना नसीम अख्तर शाह कैसर के इंतकाल को शिक्षा और साहित्य जगत की बड़ी क्षति बताया। उन्होंने कहा कि मौलाना नसीम अख्तर शाह इल्म ए हदीस के साथ-साथ उर्दू अदब के मैदान में ऊंचा स्थान रखते थे।
उन्होंने अपने पुरखों की रिवायत को जिंदा रखते हुए उसे आगे बढ़ाया, वह बेहतरीन कलमकार और शानदार शख्सियत के मालिक थे, मेरा उनसे करीबी तालुक था, उनके अचनाक इंतकाल से मुझे गहरा दुख पहुंचा है। उन्होंने कहा कि खानदान ए अनवरी से मेरे बहुत पुराने रिश्ते हैं।

समीर चौधरी।

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