भारतीय किसान यूनियन ने विद्युत विभाग पर किसानों के शोषण और सरकारी कामों के लिए रिश्वत मांगने का आरोप लगाते हुए दिया धरना।

भारतीय किसान यूनियन ने विद्युत विभाग पर किसानों के शोषण और सरकारी कामों के लिए रिश्वत मांगने का आरोप लगाते हुए दिया धरना।
देवबंद: भारतीय किसान यूनियन द्वारा विद्युत विभाग पर किसानों के शोषण और तहसील में सरकारी कामों के लिए किसानों से रिश्वत मांगने का आरोप लगाते हुए तहसील परिसर में धरना दिया गया, इस दौरान मौके पर पहुंचे एसडीएम को किसानों ने ज्ञापन सौंप कर किसानों की समस्याओं के समाधान की मांग की।
सोमवार को भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष राजपाल सिंह के नेतृत्व में किसानों ने तहसील परिसर में धरना देते हुए विद्युत विभाग पर किसानों का शोषण करने का आरोप लगाते हुए कहा कि जेई व अन्य कर्मचारी किसानों का उत्पीड़न कर रहे हैं, बिजली बिलों और नलकूपों पर मीटर लगाने के नाम पर किसानों का शोषण किया जा रहा है, बिजली चेकिंग के नाम पर वसूली व झूठे मुकदमे लिखवाए जा रहे हैं।
मौके पर पहुंचे एसडीम दीपक कुमार ने किसानों को समझाया और सभी समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया। इस दौरान किसानों ने एसडीएम को मांग पत्र सौंपा और कहा कि बिजली विभाग द्वारा किसानों का शोषण बंद किया जाए और जब तक गंगनौली मिल द्वारा किसानों के बकाया का भुगतान नहीं किया जाता उस समय तक बिजली के बिलों की वसूली पर रोक लगाई जाए।
एसडीएम को दिए गए ज्ञापन में किसानों ने आरोप लगाया कि तहसील देवबंद में किसानों के विरासत और वसीयत जैसे कामों में नाम दरूस्तगी और दाखिल खारिज जैसे कामों के लिए किसानों से रिश्वत की मांग की जा रही है, कुछ लेखपाल भी समय से नकल बनाने के नाम पर पैसों की मांग करते हैं।
ज्ञापन में कहा गया कि अगर किसानों की तहसील और विद्युत विभाग से संबंधित समस्याओं को तत्काल समाधान न किया गया तो यूनियन बड़े स्तर पर धरने प्रदर्शन को मजबूर होगी।
इस दौरान जिलाध्यक्ष राजपाल सिंह, तहसील अध्यक्ष पहल सिंह, तहसील उपाध्यक्ष चौधरी ललित कुमार, ब्लॉक अध्यक्ष देवबंद उस्मान मलिक, ब्लॉक अध्यक्ष नागल प्रमोद कुमार, नगर अध्यक्ष कहर सिंह, चौधरी विक्रम सिंह, ईश्वर चंद आर्य सहित भारी संख्या में यूनियन के कार्यकर्ता मौजूद रहे।

समीर चौधरी/रियाज़ अहमद।

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